पीएम , सीएम आवास प्लस योजना में भी जिला फिसड्डी

जौनपुर। मुख्यमंत्री ही नहीं, प्रधानमंत्री आवास प्लस योजना के तहत चयनित हुए नए पात्रों को अभी छांव नसीब नहीं हो पा रही है। समाज के वंचित तबके को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए वर्ष 2020-21 में मुख्यमंत्री आवास योजना के 3017 पात्रों का चयन किया गया है, जिसमें आवास महज 83 का ही बन सका है। इसी तरह प्रधानमंत्री आवास प्लस योजना में प्रधानमंत्री आवास के तहत 23 हजार आठ सौ 69 पात्रों का चयन किया गया, लेकिन छत महज 45 को ही मुहैया हो सकी। सभी आवासों को मार्च तक पूर्ण करना था। कई ब्लाकों में तो एक भी आवास दोनों योजना में नहीं बन सके हैं। मुसहरों को आवास न मिल पाने को लेकर जमीन की कमी का भी हवाला दिया जा रहा है। अधिकारियों की दलील है कि मुसहरों के पास जमीन न होने से यह योजना प्रभावित हो रही है। यह भी कहा जा रहा है कि दूसरे स्थानों पर पट्टे पर दी जा रही भूमि पर मुसहर जाने को तैयार नहीं हैं। इसके अलावा अधिकतर लोग सरकारी जमीनों के आस-पास आशियाना बना रह रहे हैं, जिससे आवास उपलब्ध कराने में कठिनाई हो रही है। 

 प्रधानमंत्री आवास प्लस के तहत 23 हजार आठ सौ 69 पात्रों का चयन किया गया। हालांकि अभीतक निर्माण महज 45 का ही हो सका है। इसमे केराकत में 24 मुंगराबादशाहपुर में 15, बक्शा में चार व सिरकोनी व करंजाकला में एक-एक आवास पूर्ण हो सके हैं। 15 ब्लाकों में तो अभीतक खाता भी नहीं खुल सका है। 
 मुख्यमंत्री आवास के तहत 3017 घर बनने हैं, जिसमे निर्माण अभी तक 83 का ही पूर्ण हो सका है। इसके तहत रामपुर में 38, बदलापुर में 15, डोभी में पांच, जलालपुर में 4, केराकत में 11, मछलीशहर में पांच, मुफ्तीगंज में तीन व मुंगराबादशाहपुर में महज दो आवास बन सके हैं। इसमे भी 12 ब्लाकों में एक भी आवास पूर्ण नहीं हो सके हैं।

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