रैंडम जांच में कई अधिकारी हुए फेल, डीपीआरओ और उप निदेशक कृषि समेत 12 अधिकारियों पर गिरी गाज
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जौनपुर। डीएम मनीष कुमार वर्मा ने अधिकारियों के शिकायतों के निस्तारण की स्थिति की गतदिवस रैंडम जांच कराई। इसमें ज्यादातर अधिकारी फेल साबित हुए। अधिकांश अधिकारियों ने मौके पर जाकर कुछ ही मामलों का निस्तारण किया है, जबकि शेष मामलों को महज कागज से ही निबटा दिया। जांच में पुष्टि होने पर 12 अधिकारियों को विशेष प्रतिकूल प्रविष्टि व पांच को कठोर कार्रवाई की चेतावनी दी गई है। जिलाधिकारी की इस कार्रवाई से अधिकारियों में खलबली मच गई है। इसमें प्रदेश स्तर से जारी हुई जिले की रैंकिग पर भी असर पड़ा है।
शासन स्तर से आइजीआरएस की शिकायतों के निस्तारण के मामले में जिले की 63 वीं रैंक है। खराब प्रगति पर जिलाधिकारी ने अधिकारियों को प्रतिकूल प्रविष्टि व कठोर चेतावनी का पत्र भेजा है। उन्होंने कहा है कि आवेदक से प्राप्त संतोषजनक व असंतोषजनक फीडबैक की रैंडम समीक्षा के दौरान जिले के प्रस्तुत फीडबैक रिपोर्ट पर आपके स्तर से निस्तारित मामलों का फीडबैक बहुत ही खराब है। असंतोषजनक फीडबैक की समीक्षा करने पर यह संज्ञान में आया कि अधिकारी स्तर से मामलों के निस्तारण में रुचि नहीं ली जा रही है।
जिलाधिकारी ने डीपीआरओ संतोष कुमार, उप निदेशक कृषि जय प्रकाश, जिला कृषि अधिकारी केके सिंह, बीडीओ शाहगंज अनुराग राय, बीडीओ बरसठी राजन राय, बीडीओ बक्शा राजीव कुमार सिंह, बीडीओ खुटहन गौरवेंद्र कुमार सिंह, बीडीओ बदलापुर वीरभानु सिंह, अधिशासी अभियंता विद्युत वितरण खंड प्रथम एके सिंह, सहायक विकास अधिकारी पंचायत सुजानगंज कृष्ण कुमार पांडेय, बीडीओ महराजगंज शशिकेश सिंह, बीडीओ सुजानगंज सचिन कुमार भारती को विशेष प्रतिकूल प्रविष्टि दी है। इसके साथ ही तहसीलदार सदर महेंद्र बहादुर, तहसीलदार बदलापुर मृदुला दुबे, तहसीलदार मड़ियाहूं अमित कुमार त्रिपाठी, तहसीलदार मछलीशहर सुदर्शन कुमार, तहसीलदार शाहगंज अभिषेक कुमार को कठोर चेतावनी दी।