इस्लाम धर्म एकता मोहब्बत,भाईचारा का संदेश देता है : हबीबुल्लाह
http://www.shirazehind.com/2021/10/blog-post_375.html
जौनपुर। पैगंबर-ए-इस्लाम हजरत मुहम्मद (सल्ल.) के यौम-ए-पैदाइश पर मंगलवार को बारावफात पर हर तरफ ऐसी सदाएं सुनाईं देती रहीं। इस दौरान आयोजन पूरी अकीदत एवं उल्लास के साथ मनाया गया। जश्ने यौमुन्नबी पर अटाला मस्जिद में दुधिया रोशनी और रंग-बिरंगी आकर्षक विद्युत झालरों से भव्य सजावट की गई है।
इस मौके पर जगह-जगह जलसा कौमी यकजहती का भी आयोजन भी किया गया।
इस दौरान नगर के कोतवाली चौराहा पर जलसा कौमी यकजहती का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में सभी सियासी दलों के अलावा धर्मगुरु, शहर की गणमान्य नागरिक व समाजसेवी शामिल हुए। जलसे की अध्यक्षता मरकजी सीरत कमेटी के अध्यक्ष जफर मसूद ने किया।
मुख्य अतिथि के रूप में हबीबुल्लाह मंसूरी बेगूसराय शामिल हुए। उन्होंने कहा कि इस्लाम धर्म एकता मोहब्बत,भाईचारा का संदेश देता है। मौलाना मुफ्ती अब्दुर्रहमान कासमी, दुर्गापूजा महासमिति के संरक्षक निखिलेश सिंह, हिसामुद्दीन शाह, म•ाहर आसि़फ, अनवारुल ह़क गुड्डू, शिवेंद्र यादव, विजय सिंह बागी, आरि़फ हबीब खान, जेपी कामरेड,कमालुद्दीन अंसारी आदि ने भी जलसा कौमी यकजहती में संबोधन किया। अंत में संयोजक इरशाद मंसूरी ने समस्त मेहमानों का शुक्रिया अदा किया। शाही ईदगाह में ईदगाह कमेटी के तत्वावधान में जलसा का आयोजन किया गया। शेर मस्जिद के इमाम कारी जिया ने संबोधित किया। अजीम जौनपुरी ने नाते रसूल पेश की जलसे की सदारत मिर्जा दावर बेग व संचालन नेयाज ताहिर शेखू ने किया। आयोजक मो शोएब अच्छू खां, रियाजुल हक़, दिलदार अहमद ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इसी क्रम में कोविड-19 का पालन करते हुए 12 रबीउल अव्वल को हफ्त-ए-वहदत की शुरुआत शेख नूरुल हसन मेमोरियल सोसायटी के कार्यालय मोहल्ला मखदूम शाह अढ़न चहारसू पर तेलावते कुराने मजीद से असलम नकवी ने किया। अध्यक्षता शेख नूरुल हसन मेमोरियल सोसाएटी के मुख्य संरक्षक हाजी इंजीनियर हैदर खां रन्नवी ने की। शेख नुरुल हसन मेमोरियल सोसाइटी के प्रबंधक समाजसेवी शेख अली मंजर डेजी ने सभी आगंतुकों का धन्यवाद ज्ञापित किया।