देश की आजादी में हिन्दी साहित्यकारों का रहा महत्वपूर्ण स्थान : डॉ0ब्रजेश यदुवंशी
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सिकरारा।
देश के आजादी में हिंदी साहित्यकारो का महत्वपूर्ण योगदान रहा है,देश की आजादी के लिए हिंदी के कई साहित्यकारों को जेल तक जाना पड़ा।उक्त विचार क्षेत्र में स्थित माता प्रसाद आदर्श महाविद्यालय भभौरी शेरवा में "देश की आजादी में हिंदी साहित्यकारों का योगदान"विषयक संगोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि साहित्यकार डॉ0 ब्रजेश कुमार यदुवंशी ने व्यक्त किया।
डॉ0 यदुवंशी ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि अंग्रेजी हुकूमत में देश को आजाद कराने के लिए प्रेरित करने वाले साहित्य को जप्त करने का काम किया था,बावजूद इसके हिंदी साहित्यकरो ने प्रभातफेरी निकाल कर अपने गीतों को जन जन तक पहुचाने का काम किया।जिसके कारण हमारा देश आजाद हुआ ,आज छात्र छात्राओ की नैतिक जिम्मेदारी है कि देश की आजादी को बनाये रखने में हर ढंग से अपना सहयोग करे ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ0 सीमा सिंह ने कहा कि कहा कि हिंदी ही हमारे अभिव्यक्ति का माध्यम है और इसको हमे अभिव्यक्ति में बनाये रखना है,
विशिष्ट अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए महाविद्यालय के संचालक डॉ0 विजय बहादुर सिंह ने कहा कि हिंदी ही हमारी जननी है यही हमको एक दूसरे से परिचित कराती है,संगोष्ठी में मुख्य रूप से डॉ0 आनन्द सिंह,डॉ0 अखिलेश सिंह,डॉ0 संजय सिंह,डॉ0नीतू सिंह,डॉ0आकांक्षा यादव,नीरज शुक्ला आदि उपस्थित रहे।कार्यक्रम का संचालन और आभार ज्ञापन तिलक राज सिंह ने किया।