सपा ने टिकट काटकर जगदीश का पांचवी बार विधायक बनने का सपना किया चकनाचूर, जानिए जगदीश का राजनीतिक सफर
जगदीश सोनकर नगर से सटे कुत्तुपुर खानपुर गांव के दो बार लगातार प्रधान चुने गये थे। उसके बाद उन्होने समाजवादी पार्टी का दामन थामकर सक्रिय राजनीति में प्रवेश किया। पार्टी ने उन्हे 2002 विधानसभा चुनाव में शाहगंज सुरक्षित सीट पर प्रत्याशी बनाया। जगदीश यहां चुनाव लड़ रहे बीजेपी प्रत्याशी को विधायक बांकेलाल सोनकर को हराकर पहली बार विधायक बने। 2007 में पुनः सपा उन्हे इसी सीट पर उम्मीद्वार बनाया तो इस बार भी जनता ने उन्हे समर्थन देकर शाहगंज का जगदीश बना दिया।
2012 में यह सीट सामान्य हो गयी तथा मछलीशहर सीट को सुरक्षित कर दिया गया तो समाजवादी पार्टी ने जगदीश सोनकर को मछलीशहर सीट पर चुनाव लड़ाया। यहां भी जगदीश ने सपा का परचम लहराने में कामयाब हो गये। जीत की हैट्रिक लगाने का इनाम देते हुए पार्टी ने उन्हे मंत्री बनाया।
2017 चुनाव में चली भाजपा की आंधी भी जगदीश सोनकर की जीत का रथ नही रोक पायी। वे यह चुनाव जीतकर लगातार चौथी बार विधायक बने थे।
लगातार सपा का परचम लहराने वाले इस कद्दावर नेता का समाजवादी पार्टी ने टिकट काटकर गांजीपुर से लाकर रागिनी सोनकर को प्रत्याशी बनाया गया है।
पार्टी सूत्रो से मिली जानकारी के अनुसार जगदीश सोनकर के ऊपर तलवार दिसम्बर 2018 से लटक रही थी। 2018 दिसम्बर में एक वीडियों सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ था। उस वीडियों में कुछ लोग महिलाओं को लाठी डण्डे से पिटाई कर रहे थे मौके पर जगदीश सोनकर के भाई व करंजाकला के ब्लाक प्रमुख दीपा सोनकर का अपने असलहाधारी समर्थको के साथ ललकार रहे थे। समाजवादी पार्टी ने इस वीडियों को संज्ञान में लेते हुए ब्लाक प्रमुख को पार्टी से निष्काशित कर दिया था।
उसके बाद जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में पार्टी विरोधी आरोप लगा था। जिसे लेकर मछलीशहर के सपा नेता, कार्यकर्ता काफी नाराज चल रहे थे समय समय पर विधायक का खुला विरोध करते रहे है। हाल ही में जब अखिलेश यादव की यात्रा मछलीशहर विधानसभा पहुंचा था तो कार्यकर्ताओं ने खुलकर विरोध प्रर्दशन करने के साथ ही अपनी पीड़ा अखिलेश यादव को बताया था।