बरनवाल ज्वेलर्स के ध्वस्तीकरण को लेकर उद्योग व्यापार मण्डल आक्रोशित
इस दौरान जिलाध्यक्ष श्री जायसवाल ने कहा कि नखास के सद्भावना पुल मोड़ के निकट स्थित बरनवाल ज्वेलर्स जो बन्द थी, को नगर मजिस्ट्रेट अनिल अग्निहोत्री की देख-रेख में जेसीबी से ढहा दिया गया जबकि उक्त दुकान के अन्दर तमाम ज्वेलरी, सामान सहित नगदी रखे थे जो मलबे में दबकर तहस-नहस हो गये। श्री जायसवाल ने बताया कि प्रतिष्ठान के संचालक प्रमोद बरनवाल ने उक्त कार्यवाही के विरूद्ध कमिश्नर वाराणसी की अदालत में गुहार लगा रखा था जिसमें 30 मार्च तारीख पड़ी थी। साथ ही यह भी नियम है कि जब किसी उच्च अदालत में सुनवाई हो रही हो तो किसी भी प्रशासनिक व पुलिस अधिकारी को नियमतः उक्त कार्यवाही को तब तक के लिये यानी 30 मार्च तक रोकना चाहिये था। इतना ही नहीं, उक्त नियम की छाया प्रति नगर मजिस्ट्रेट को दिया गया था लेकिन उन्होंने न्यायालय की अवहेलना करते हुये उक्त प्रतिष्ठान को ढहवा दिया। फिलहाल इस ध्वस्तीकरण को लेकर व्यापारियों में भारी आक्रोश है जिसको व्यापार मण्डल सड़क पर उतर गया है। अन्त में श्री जायसवाल ने कहा कि व्यापार मण्डल महामहिम राज्यपाल से उक्त प्रकरण की उच्चस्तरीय जांच की मांग करता है। इस अवसर पर नगर अध्यक्ष अनवारूल हक, अमरनाथ मोदनवाल, संजीव साहू, अमर बहादुर सेठ, राजेश यादव, राम बसावन अग्रहरि, चन्द्रबली सिंह सहित तमाम व्यापारी मौजूद रहे।