ड्राप आउट बच्चों को विद्यालय लाने के लिये करे प्रयास
![](http://img2.blogblog.com/img/icon18_edit_allbkg.gif)
जौनपुर, ड्राप आउट बच्चों को विद्यालय लाने के लिए प्रति बच्चे को शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए समुदाय को जागरूक करने की आवश्यकता है। जब विद्यालय प्रवंध समिति के अध्यक्ष सहित समस्त सदस्य का उन्मुखीकरण करके जागरूक किया जाएगा तो ड्राप आउट और आउट ऑफ स्कूल बच्चों की संख्या न के बराबर हो जाएगा। उक्त बातें वरिष्ठ प्रवक्ता डायट डॉ आरएन यादव ने प्रशिक्षण को शुरुआत के बाद उपस्थित प्रतिभागियों के समक्ष बुधवार को कहा।
प्रशिक्षण में डीसी सामुदायिक शिक्षा आशीष कुमार श्रीवास्तव ने प्रशिक्षण के बारे में बताते हुए नेवर इनरोल्ड, ड्रॉप आउट, आउट ऑफ स्कूल बच्चे कौन होते है इसके बारे में विस्तृत रूप में बताया। प्रशिक्षण का संचालन करते हुए प्रशिक्षक सुशील कुमार उपाध्याय ने जनपहल रेडियो कार्यक्रम सहित प्रशिक्षण के समस्त विन्दुओं को स्पष्ट किया। जनपदीय संदर्भदाता निवेदिता ने बाल अधिकार के बारे में बताया। इस दौरान प्रशिक्षण के समस्त विन्दुओं पर चर्चा-परिचर्चा किया गया। इस दौरान बालिका शिक्षा के नोडल अधिकारी सुनील कुमार सिंह, डॉ संतोष कुमार तिवारी, शिवाकांत तिवारी, अर्चना रानी, राणा प्रताप सिंह, उमानाथ यादव, डीपी सिंह, वीरेंद्र यादव, बृजलाल सहित जनपद के समस्त विकास खण्ड के 88 प्रतिभागियों ने भाग लिया।
प्रति बच्चा 860 रुपया ड्रॉप आउट बच्चों के लिए--
डीसी आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि ड्राप आउट बच्चों को स्कूल लाने और उन्हें शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए एसएमसी खाते में 860 रुपया प्रति बच्चा की दर से धनराशि भेजी जा रही है जिससे स्टेशनरी सहित अन्य मद में उपयोग कर उन्हें विद्यालय लेकर उनका ठहराव सुनिश्चित करने का दायित्व भी एसएमसी का होगा। इस तरह जिस विद्यालय में जितने बच्चे ड्रॉप आउट होंगे उस हिसाव से धन भेज जा रहा है।