व्यापारियों के आक्रोश को देखते हुए तहसील प्रशासन आया बैकफुट पर
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जौनपुर। होली पर्व को देखते हुए मिलावटी समानों के बिक्री के खिलाफ चलाये जा रहे अभियान में भेदभाव करने का आरोप लगाते हुए व्यापारियों ने जमकर हंगामा किया। दुकानदारो को आक्रोश को देखते हुए तहसील प्रशासन बैकफुट पर आ गया। किसी तरह समझा बुझाकर एसडीएम और सीओ ने व्यापारियो के गुस्से को शांत किया। खाद्य विभाग द्वारा होली पर्व के मद्देनजर मिलावटी खाद्य पदार्थों की बिक्री पर रोक लगाने के लिए मंगलवार को खाद्य विभाग द्वारा बदलापुर नगर में कई दुकानों पर छापेमारी किया गया। कस्बा स्थित एक किराने की दुकान से लिए गये नमूने को दुकानदार द्वारा छीन लिये जाने के बाद मामला काफी गरम हो गया। बाद में एसडीएम लालबहादुर एवं सीओ अशोक कुमार सिंह के हस्तक्षेप के बाद नमूना वापस हुआ तब जाकर मामले का पटाक्षेप हुआ।
खाद्य निरीक्षक सूर्यमणि, अमरदेव कुशवाहा एवं आरपी पटेल की टीम सबसे पहले बंगाली स्वीट्स एवं मोनू स्वीट्स की दूकान से खोवा का नमूना लिया। इसके बाद भैयालाल निगम की किराने की दुकान से चिप्स का नमूना लेकर सामने स्थित शनी निगम की दुकान से कचरी का नमूना लेकर कागजी कार्यवाई पूरा कर रहे थे कि तभी व्यापारियों की भीड़ बढ़ गयी। बढ़ती भीड़ के दौरान दुकानदार शनी निगम ने लिये गये नमूने को देने से इंकार कर दिया। व्यापारियों एवं फूड विभाग की टीम के बीच कहासुनी शुरु हो गई। मामला बढ़ता देख टीम तहसील में पहुंचकर घटनाक्रम की जानकारी एसडीएम लालबहादुर एवं सीओ अशोक कुमार सिंह को दिया । बाद में काफी जद्दोजहद के बाद लिये गये नमूने को अधिकारियों द्वारा वापस कराया गया। व्यापारियों का आरोप है कि छोटे व्यापारियों को महज परेशान करने की गरज से खाद्य पदार्थ एवं औषधि विभाग द्वारा नमूना लिया जाता है! विभाग उन्हीं दुकानों पर छापेमारी करता है जहाँ से उन्हें महीना नहीं मिलता है।