शिक्षा नीति ही नही नीयत में भी बदलाव आवश्यक : कीर्ति सिंह
विशेष अतिथि प्रोफेसर आशीष श्रीवास्तव ने कहा विभिन्न समितियों के निष्कर्षों के आधार पर उन्होंने कहा कि भारत बदलाव की ओर बढ़ रहा है आवश्यकता इस बात की है कि संपूर्ण विश्व के साथ भारत के लोगों को भी अपने अंदर बदलाव लाना है । प्राचार्य राजा हरपाल सिंह सिंगरामऊ डॉ अरुण कुमार सिंह ने कहा चुनौतियां बहुत हैं और इन चुनौतियों का समाधान हम लोग को मिलकर के ढूंढना है जिससे राष्ट्र प्रगति के पथ पर अग्रसर हो।
डॉ समर बहादुर सिंह सभी का स्वागत किया डॉ रीता सिंह ने सेमिनार की रिपोर्ट को प्रस्तुत किया । संगोष्ठी के समापन अवसर की अध्यक्षता प्रोफेसर श्री प्रकाश सिंह ने किया अपने उदबोधन में उन्होंने कहा कि विद्यार्थी ही किसी राष्ट्र की पहचान होते हैं और सभी विद्यार्थियों को पूर्ण निष्ठा के साथ अध्ययन और कर्तव्य पालन करना चाहिए। डॉ विनय कुमार सिंह ने आभार व्यक्त किया। राष्ट्रीय संगोष्ठी के संयोजक डॉ सुधांशु सिन्हा एवं आयोजन सचिव डॉ अजय कुमार दुबे ने बताया कि संगोष्ठी में लगभग 200 शोधपत्र प्रस्तुत किये गए। राष्ट्रीय संगोष्ठी के सफलतापूर्वक संपन्न होने पर सभी के प्रति आभार व्यक्त किया तकनीकी सत्रों की अध्यक्षता डॉ वंदना शुक्ला, डॉ. रीता सिंह, डॉ गीता सिंह,डॉ सुलेखा सिंह, सीमांत राय , वैभव सिंह डॉ श्रद्धा सिंह ने किया ।