नगर पंचायतों में वसूली कम होने पर भड़के डीएम
उन्होंने वाणिज्यकर, खनन, स्थानीय निकाय, परिवहन आदि की राजस्व वसूली की प्रगति की जानकारी ली। एआरटीओ प्रवर्तन को निर्देशित करते हुए कहा कि अभियान चलाकर वसूली में प्रगति सुनिश्चित करें। ओवरलोड वाहनों की व्यापक धर-पकड़ करते हुए नियमानुसार कार्यवाही सुनिश्चित किया जाए। आबकारी अधिकारी को मदिरा दुकानों की नियमित जांच करने के निर्देश दिये तथा अवैध शराब के लिये नियमित रूप से जांच पर जोर दिया। तहसीलदारगण को निर्देशित किया कि विविध देयों की वसूली में तेजी लाई जाय। वादों का निस्तारण समय से सुनिश्चित किया जाए। वरासत के अविवादित मामलों को फौरन निपटाया जाए। 05 वर्ष से अधिक वादों को प्राथमिकता के आधार पर प्रतिदिन सुनवाई करते हुए निस्तारित किये जाने के निर्देश दिए गए। अपर जिलाधिकारी ने बैठक के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिये कि आईजीआरएस सहित विभिन्न स्तरों से प्राप्त होने वाले प्रार्थना-पत्रों का समय से निस्तारण करायें तथा यह भी सुनिश्चित करें कि कोई भी प्रकरण डिफाल्टर की श्रेणी में न रहने पाये। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी अनुपम शुक्ला, अपर जिलाधिकारी भू-राजस्व राजनीश राय, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट/उप जिलाधिकारी सदर हिमांशु नागपाल, तहसीलदार, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डा. गोरखनाथ पटेल आदि मौजूद रहे।