एक युवक को मिली दिव्यांग होने की सजा, वगैर दुल्हन के वापस लौटी उसकी बारात
नगर कोतवाली क्षेत्र के मुफ्ती मोहल्ले के निवासी हिमायत अली के बेटे शान मोहम्मद की शादी लाइनबाजार थाना क्षेत्र के सैदनपुर गांव निवासी मोहम्मद जलील की पुत्री से तय हुई था। निकाह की तारीख आज मुकर्रर की गयी थी। तय तारीख पर आज शान मोहम्मद की बारात सैदनपुर गांव पहुंची। हर्षोउल्लास के साथ निकाह हुआ बारातियों घरातियों ने तरह तरह के पकवानों लुफ्त उठा लेकिन विदाई के समय अचानक माहौल तनाव पूर्ण हो गया। दर असल दुल्हा विदाई की रस्म पूरी होने से पहले फे्रस होने के लिए बाहर निकला तो वह थोड़ा लगड़ा चल रहा था। यह भनक दुल्हन के कानों तक पहुंची तो उसने दुल्हे के साथ जाने से साफ इंकार कर दी। इसी बात को लेकर दोनो पक्षो की तकरार शुरू हो गयी। दोनो पक्षो के बड़े बुजुर्गो की अगुवाई में पंचायत हुई करीब पांच घंटे चली पंचायत में इस शादी के रिश्ते को तोड़ दिया गया तथा शादी में लड़की पक्ष द्वारा खर्च किये गये पचास हजार रूपये लड़के पक्षा द्वारा अदा करने के बाद मायूस होकर दिव्यांग दुल्हा पूरी बारात के साथ वापस लौट गया।
इस दरम्यान कई दोनो पक्षो के बीच तीखी बहस भी हुई। पूरी पंचायत के दरम्यान दुल्हा अपनी रूमाल से अपना चेहरा छिपाता रहा।