टीडी कालेज के छात्रनेता निर्भय सिंह ने रक्तदान कर बचाई दलित बिटिया की जान
अब शिवपूजन के सामने बड़ी दुविधा थी खुद की तबियत बेहद खराब इधर बिटिया ज़िन्दगी और मौत के बीच जूझ रही थी। शिवपूजन के एक भाई संजय वर्ष 2011 में गुम हो गए और आजतक घर नही लौटे उन्होंने पीछे 2 बेटियों समेत अपना पूरा परिवार छोड़ दिया था पूरे घर के इकलौते जिम्मेदार शिवपूजन अब करते तो क्या करते उन्होंने अपने पड़ोसियों समेत गांव वालों से भी मदद की गुहार लगाई किसी ने मदद के लिए हां नही कहा उन्होंने कई रिश्तेदारों से सम्पर्क साधा वहां से भी कोई सकारात्मक प्रत्युत्तर नही मिला कुछ ने तो हामी भरी पर कुछ ही क्षणों में उनके नम्बर बन्द बताने लगे।
शिवपूजन मुह लटकाए अस्पताल के बगल निराश बैठे थे इतने में उन्हें किसी ने अतुल सिंह से मदद लेने की बात कही और नम्बर भी दिया उन्होंने अतुल को फ़ोन मिलाया और आप बीती बताई कुछ ही क्षणों में अतुल सिंह तत्काल कई लोगो के साथ आनन फानन में IMA ब्लडबैंक लाइनबाजार पहुचे जहाँ उन्होंने अपने भतीजे व टीडी कालेज के छात्रनेता निर्भय सिंह से तत्काल रक्तदान करा कर मरीज की जान बचाई।
निर्भय ने बताया कि चाचा अतुल सिंह से प्रेरणा लेकर प्रतिक्षण समाज के लिए हर उस शोषित वंचित गरीब मजलूम की मदद के लिए तत्पर रहूँगा जो वास्तविक जरूरतमंद है। उन्होंने बताया कि मेरे चाचा अतुल सिंह जिले के ऐसे प्रथम रक्तदाता जी जिन्होंने अब तक 23 बार रक्तदान किया है मैं भी उनकी तरह समाजसेवा करना चाहता हूं। परिस्थितियां जब विपरीत होती है तो कोई भी राजनैतिक दल काम नही आता यह सब सेनाएं केवल सियासत तक ही सीमित होकर रह जाती है अपने सामाज की बुनियाद पर बने इन तमाम संगठनों से जब खुद के समाज की मदद नही हो पाती तो फिर किस बात का सामाजिक संगठन? जबकि इन सेनाओं के साथ बार बार गरीब शोषण का शिकार होता रहा है। छात्रनेता निर्भय सिंह के साथ, अवनींद्र यादव, तुषार श्रीवास्तव, सूरज सरोज, राजन सोनकर, अभिषेक यादव, विनय सिंह आदि उपस्थित रहे। सभी ने इस नेक कार्य के लिए निर्भय की सराहना की।