फर्जी परीक्षक मामले की जांच के लिये बनी समितिः कुलपति
कुलपति प्रो. मौर्य के कहा कि चार सदस्यीय जांच समिति में प्रो. रवि प्रकाश, डा. रसिकेश, डा. गिरधर मिश्र और सहायक कुलसचिव अमृत लाल होंगे। उन्होंने कहा कि परीक्षा में सुचिता का मामला हो या पारदर्शी ढंग से उत्तर पुस्तिका मूल्यांकन का मामला हो, विश्वविद्यालय किसी प्रकार की गड़बड़ी को रोकने के लिए कृतसंकल्प है। पकड़े गए एक व्यक्ति के खिलाफ संबंधित थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है। शेष अन्य लोगों जांच के दायरे में हैं। पुलिस जांच और विश्वविद्यालय द्वारा गठित जांच समिति में दोषी पाए जाने पर संबंधितों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। मूल्यांकन केंद्र पर सभी प्रपत्रों की जांच के बाद ही अंदर जाने की अनुमति मिल रही है। कुलपति प्रो. मौर्य ने परीक्षा नियंत्रक समेत केंद्र समन्वयकों को हिदायत दी कि किसी भी प्रकार लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।