पर्यावरण संकट के लिए मानवीय गतिविधियां ही जिम्मेदार : प्रो. सुनील प्रताप
इस दौरान महाविद्यालय में पर्यावरण जागरूकता व विश्व जनसंख्या दिवस विषय पर आयोजित संगोष्ठी को सम्बोधित करते हुए प्राचार्य प्रो. सुनील प्रताप सिंह ने कहा कि विश्व की जनसंख्या और पर्यावरण दोनों अंतासम्बन्धित हैं। पर्यावरण संकट के लिए मानवीय गतिविधियां ही जिम्मेदार हैं। पूर्व प्राचार्य प्रो. ब्रजेन्द्र सिंह ने कहा कि जल्द ही भारत विश्व जनसंख्या में सबसे बड़ा देश हो जाएगा। पर्यावरण के प्रति जागरूक होकर के ही मानव विकास अधिक संतुलित हो सकता है। विशिष्ट अतिथि प्रो. धीरेन्द्र पटेल ने कहा कि जनसंख्या विस्फोट ने पर्यावरण को कई प्रकार से प्रभावित किया है। मेजर प्रो. विमलेश पाण्डेय ने कहा कि जनसंख्या वृद्धि के अनुपात में हमें और कई गुना पेड़-पौधे लगाने होंगे।
रोवर्स-रेंजर्स प्रभारी डा. कर्मचन्द यादव ने संगोष्ठी को संचालित करते हुए कहा कि छात्र-छात्राएं ही जागरूक होकर समाज, देश और पर्यावरण को संतुलित बनाने में महती भूमिका निभा सकते हैं। इस अवसर पर डा. ओम प्रकाश दुबे, डा. विनय दुर्गेश, डा.तमन्ना नाज, डा. जोरावर सिंह, मुमताज अहमद अंसारी, डा. राजेश सिंह, राजुल सिंह, राघवेंद्र सिंह, ऋतुपर्ण सिंह, सुनील सिंह सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।