पहले दहेज़ के लिए ढाया सितम, मन नही भरा तो फ़ोन से बोला तलाक़-तलाक़-तलाक़..
खेतासराय(जौनपुर) पहले ससुराल वालों ने दहेज के लिए सितम ढाये, ताने दिए । इस से मन नही भरा तो शौहर ने तीन बच्चों का बाप बनने के बाद भी पत्नी को फोन से तलाक़ दे डाला । दुस्साहस इतना कि तीन तलाक़ का बिल पास होने के बाद भी क़ानून का असर नही हुआ । थाना क्षेत्र के रानीमऊ निवासी विवाहिता स्थानीय पुलिस और उच्चाधिकारियों के यहाँ चक्कर लगा रही है ।
उक्त गांव निवासी आयशा खातून पुत्री स्व.मुजुबिरहमान का निकाह मनीकलां निवासी आरीफ उर्फ मल्लू से लगभग छ वर्ष पहले हुआ था ।समय व्यतीत होने के साथ ही तीन बच्चे हुये आरोप है कि इस बीच पति जहां इसे दहेज के लिए मरता पीटता था तो वहीं इसके अतिरिक्त सास,देवर,ननद व नंदोई भी इसे प्रताड़ित करते और गाली गलौज देते थे ।
अंततः एक दिन ऎसा आया कि सभी ने मिलकर विवाहिता को मारा पीटा और इसके तीनों मासूम बच्चों को रखकर इसे घर से निकाल दिया।इससे भी जी नहीं भरा तो एक दिन फोन से तीन तलाक दे दिया जिसे सुनकर तो इसके हाथ पांव फूल गये।पति के इस कृत्य से आहत होकर उक्त ने पुलिस अधीक्षक समेत खेतासराय थाने पर मामले की लिखित सूचना पुलिस को दी है । इस बाबत एसओ यजुर्वेन्द्र सिंह से पूछे जाने पर बताया कि मामला मेरे संज्ञान में नही आया है, जैसे ही पीड़ित की तहरीर मिलती है तो जाँच कराकर कानूनी कार्यवाही की जाएगी । अब देखने वाली बात है पुलिस की तरफ़ से विवाहिता को न्याय मिलता है या ठण्डे बसते में डाल दिया जाएगा ।