दो सप्ताहों के भीतर छात्र संघ चुनाव पर करें नियमानुसार कार्यवाही - हाईकोर्ट

छात्र नेता उद्देश्य ने बताया की विश्वविद्यालय प्रशासन मा० उच्चतम न्यायालय के आदेशों का अनुपालन इतने लंबे समय तक कराने में असमर्थ रहा है। जब भी विश्वविद्यालय प्रशासन से छात्र संघ चुनाव कराने की मांग की जाती है तो विश्वविद्यालय प्रशासन हीला हवाली करने लगता है। छात्र संघ चुनाव छात्रों का मौलिक अधिकार है और हम इसे प्राप्त करके रहेंगे । छात्रों के हित की लड़ाई लड़ने के लिए छात्रसंघ अत्यंत आवश्यक है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्र संघ चुनाव न कराने को लेकर भी कई प्रयास किए थे। विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा लिंगदोह समिति की सिफारिशों व उच्च शिक्षा विभाग के आदेशों को दरकिनार करते हुए उपमन्यु छात्र परिषद के गठन करने पर विचार किया जा रहा था जो सरासर नियमों के विरुद्ध था।जिसे लेकर हम सबके द्वारा विरोध जताया गया।विश्वविद्यालय प्रशासन नहीं चाहता की छात्र अपने अधिकारों की लड़ाई लड़े।वे सदैव विश्वविद्यालय परिसर को छात्रों के शोषण का अड्डा बनाए रखना चाहते हैं।विश्वविद्यालय प्रशासन को हाईकोर्ट के आदेशों से प्रत्यावेदन के माध्यम से अवगत करा दिया गया है आगे की कार्यवाही अब उन्हें करनी है।
प्रिंस त्रिपाठी ने कहा की नियमानुसार कार्यवाही नहीं होने पर आगे की कार्यवाही की जाएगी।जीत न्याय और सत्य की होगी।
हाईकोर्ट जाने वाले छात्रों में छात्र नेता उद्देश्य सिंह के साथ प्रिंस त्रिपाठी, सुमित सिंह ,पवन सोनकर ,विशाल चौरसिया,आशीष मौर्य रहे।