खेलकूद से व्यक्ति के शरीर का विकास होता है : कुंवर। जय सिंह
इस अवसर पर महाविद्यालय के प्रबन्धक कुंवर जय सिंह ने अपने सम्बोधन में कहा कि जहां खेलकूद से व्यक्ति के शरीर का विकास होता है वहीं मानसिक विकास के लिये लोकगीत, नृत्य एवं संगीत विशेष महत्वपूर्ण होती है। महाविद्यालय में सांस्कृतिक कार्यक्रम के अंतर्गत शेख़ चिल्ली की डॉक्टरी हास्य नाटक का मंचन किया गया। इसी क्रम में विवेक यादव ने शिव तांडव और कौशिकी सिंह द्वारा चाँदी वाला जोड़ा एकल नृत्य तथा उसीजा शुक्ला एवं सिम्पल भारती द्वारा सामुहिक नृत्य प्रस्तुत किया गया । सांस्कृतिक कार्यक्रम में जयकिशन मिश्र के एकल नृत्य खाइके पान बनारस वाला और रचना मौर्या, मोहम्मद हकीम और साथियों द्वारा प्रस्तुत कौव्वाली को काफी सराहा गया। महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो.अरुण कुमार सिंह द्वारा खेलकूद प्रतियोगिता एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्र छात्राओं को पुरस्कार एवं प्रमाण पत्र प्रदान करते हुए सभी आमंत्रित अतिथियों के प्रति हार्दिक धन्यवाद ज्ञापित किया गया।
उक्त अवसर पर पूर्व प्राचार्य प्रो० एन.के.सिंह, प्रो० सुधीर कुमार सिंह, प्रो० जय कुमार मिश्र, कैप्टन एस.पी.सिंह, मेजर दिलीप सिंह, डॉ. बृजेश प्रताप सिंह, डॉ. मनोज सिंह, डॉ. योगेश शर्मा, डॉ. अनुभा शुक्ला, डॉ. सीमा सिंह, डॉ. कल्पना सिंह, डॉ. सारिका सिंह, कुमार राज पाण्डेय, राकेश कुमार सहित महाविद्यालय के शिक्षक कर्मचारी एवं बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।