हर वर्ष यह इंसानी शौक आसमान से लेकर धरती तक लेती है सैकड़ो जान
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मकर संक्रांति के मौके पर रंग-बिरंगी पतंगें आसमान में शोभा बढ़ाने लगी हैं। इन पतंगों को उड़ाने में प्रयुक्त होने वाली डोर में प्रतिबंधित मंझा का प्रयोग अधिक हो रहा है। परिणाम यह है कि तमाम पक्षी घायल होकर जान गंवा दे रहे हैं। एक माह के भीतर नगर में कई लोग घायल हो चुके हैं। एक युवक का गला कटने से तीन दिन तक अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।
प्रतिबंध के बाद भी नगर समेत ग्रामीण अंचलों में खुलेआम बिक्री की जा रही है। नगर के ताड़तला, नवाब युसुफ रोड, सिपाह, शाही किला, लाइन बाजार, पुरानी बाजार, रुहट्टा, ओलंदगंज, चहारसू, नखास, पालिटेक्निक चौराहा सहित आदि इलाकों में चाइनीज मांझे की दुकानें सज गई हैं। जिला प्रशासन घटना घटने के बाद दो-चार दिन हाथ-पांव मारने के बाद अभियान को ठंडे बस्ते में डाल देता है।