नायब तहसीलदार की रिश्वतखोरी से परेशान अधिवक्ता संघ ने की निलंबन की मांग

आज सुबह तहसील पहुंचने पर अधिवक्ताओं ने नायब तहसीलदार मीना गौंड की रिश्वतखोरी को लेकर जमकर हंगामा किया और मुर्दाबाद के नारे लगाए ।बाद में अधिवक्ता संघ के पदाधिकारियों ने उप जिलाधिकारी राजेश कुमार चौरसिया को ज्ञापन सौंपकर नायब तहसीलदार को रिश्वतखोरी के आरोप में तत्काल निलंबित करने की मांग की ।अधिवक्ताओं ने बताया उक्त नायब तहसीलदार दस ,बीस और ₹50 के लिए भी अपने चपरासी को भेजकर धन उगाही करवाती है। अधिवक्ताओं के बेहद साधारण काम जैसे प्रार्थना पत्र पर अग्रसारित करने का भी पैसा मांगती है। और अधिवक्ताओं द्वारा प्रार्थना पत्र सीधे रखने पर अपने चपरासी के जरिए प्रार्थना पत्र भेजने को कहती हैं। अधिवक्ता जब चपरासी के पास जाते हैं तो वह रुपए की मांग करता है। ने आरोप लगाया कि उक्त नायब तहसीलदार पूरी तरह रिश्वतखोरी में लिप्त है और न्यायालय में बैठकर के धन उगाही करती हैं।
प्रमुख उपस्थित अधिवक्ताओं में अधिवक्ता संघ अध्यक्ष रघुनाथ प्रसाद पूर्व अध्यक्ष दिनेश चंद्र सिन्हा महामंत्री बनवारी राम मौर्य ,प्रेमचंद विश्वकर्मा हरि नायक तिवारी, अशोक श्रीवास्तव यज्ञ नारायण सिंह, भरत लाल यादव आलोक विश्वकर्मा रतन लाल गुप्ता शिव प्रसाद मौर्या प्रेम बिहारी यादव राजेंद्र यादव आदि सैकड़ों अधिवक्ता उपस्थित रहे।