स्व0 पुष्पा देवी सभी को पुत्रवत प्यार करती थी: राकेश श्रीवास्तव

प्रदेश महासचिव/जिलाध्यक्ष राकेश श्रीवास्तव ने शोकसभा को संबोधित करते हुए कहा कि स्व0 पुष्पा देवी जी जननी तो जय आनंद की थी, लेकिन वह सभी को पुत्रवत प्यार करती थी, वह सहज, सरल और उदार व्यक्तित्व की महिला थी। उन्होंने हमेशा देना सीखा और सिखाया। चाहे समाज को देना हो , परिवार को देना हो सहज ही वह स्वीकार होता था। उनका महासभा व उससे जुड़े लोगों से विशेष लगाव था । उनके न रहने से कायस्थ समाज की अपूरणीय क्षति हुई है। वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्याम रतन श्रीवास्तव ने कहा कि वह एक ममतामयी माँ थी, 85 वर्ष की अवस्था तक जब तक वह अस्वस्थ नही हुई थी, निरन्तर रोजमर्रा के कामो में लगी रही। शशि श्रीवास्तव गुड्डू ने कहा कि जय की माता हम सबके लिए आदरणीया व प्रेणास्रोत रही।उनके जाने पर हैम सब दुखी है।
बैठक मव यह निर्णय लिया गया कि स्व0 पुष्पा देवी माता जय आनंद एक बहुमुखी प्रतिभा की धनी है उनके न रहने से कायस्थ महासभा शोक संतप्त है इसलिए इस बार होने वाला होली मिलन स्थगित किया जाता है। कार्यक्रम के अंत मे दो मिनट का मौन रखकर मृत आत्मा को शांति दी गई, और ईश्वर दुःख की इस घड़ी में परिवार वालो को दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करे। इस मौके पर राजेश श्रीवास्तव बच्चा, मनोज श्रीवास्तव, दया शंकर निगम, सरोज श्रीवास्तव, राजेश श्रीवास्तव बाटा, पंकज श्रीवास्तव हैप्पी, उमेश श्रीवास्तव ,संजय श्रीवास्तव, सुभाष चंद्र, अखिलेश श्रीवास्तव, विजय श्रीवास्तव, अमित निगम, मनीष श्रीवास्तव , राहुल, राकेश, आलोक श्रीवास्तव आदि स्वजातीय बंधु उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन महासचिव संजय अस्थाना पत्रकार ने किया।