महिलाओं का सामाजिक राजनीतिकरण ही उनका हक़ दिलाने का मार्ग प्रशस्त करेगा

पूर्व विधायक सुषमा पटेल ने कहा कि पुरुषों के मुकाबले महिलाओं को किसी भी मामले में कमतर आंकना गलत होगा। अब दुनियां भर में महिलाएं तमाम क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रही हैं। महिलाओं के पिछड़ेपन का बस एक कारण है कि पहले उन्हें अवसर नहीं मिले। जहां भी अवसर मिला तो वहां महिलाओं ने अपने को साबित किया है।
कार्यक्रम में महिला शक्ति को आभार प्रकट करते हुए अजित यादव ने कहा कि महिलाओं का सामाजिक राजनीतिकरण ही उनका हक़ दिलाने का मार्ग प्रशस्त करेगा। महिलाओं के साथ किसी तरह के भेदभाव और पूर्वाग्रह भरी सोच के साथ पेश आना सामाजिक समानता के मूल्य का उल्लंघन है। आधी आबादी को अँधेरे में रखकर कोई भी समाज या देश तरक्की नहीं कर सकता।
आदर फाउंडेशन के सह-निदेशक प्रत्युष गौरव ने कहा कि एक स्थायी कल के लिए आज लैंगिक समानता जरूरी तथ्य है।
कार्यक्रम को सफल बनाने में सिकंदर बहादुर मौर्य, शर्मीला मौर्या, उषा पटेल , नीरा आर्या, आंचल मौर्य, बबिता मौर्या, रेणु सिंह, राजबहादुर समाजसेवी, प्रकाश चन्द्र, जीतेन्द्र यादव, विनोद राव, विनोद गौतम आदि का प्रमुख योगदान रहा।