उस मां को कैसे सजदा करूं, पैरों से लिपट जाऊं...
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जौनपुर। बेटे की माशूक़ा ने रखी माँग, लाओ अपनी माँ का कलेजा, साबित करो अपना प्यार, नहीं तो नहीं बनूँगी तुम्हारी। बेटे की पीड़ा जान सुनकर मां ने बेटे को कालेजा दे दिया सहर्ष और आशिक बेटा जब कलेजा थाली में ले जाते हुए ठोकर खाकर गिर जाता है और गिरकर तड़पते कलेजे से गिर पड़े बेटे के लिए आवाज आती है— बेटा चोट तो नहीं आई, आ ले चल तू मेरा कलेजा और अपनी खुशी पूरी कर ले, मुझे अपने माशूका के हवाले कर दे। बरबस यही कहानी हमारी सारी भावना संवेदना एहसास को इस कदर कचोटती है कि न चाहकर भी आंख की कोरों पर आंसू आ जाता है। दिल मचल उठता है कि उस मां को कैसे सजदा करूं, गले लगा लूं, पैरों से लिपट जाऊं, भावनाओं का एक बड़ा बवंडर समूचे मन मानस को अस्थिर कर देता है। उक्त बातें जनपद के वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ डा. हरेन्द्र देव सिंह ने मदर्स डे पर आयोजित एक कार्यक्रम में उपस्थित लोगों के बीच कही।उन्होंने आगे कहा कि जी चाहता है खूब रो लूं, कहां चला जाता है संतानों को यह एहसास और पीड़ा कि माघ—पूस स्याह रात और उसकी कड़कड़ाती ठंड। माँ जो स्वयं सोती है बच्चों के गीले किए हुए आंचल कपड़ों पर और हमें सुलाती है सूखे आँचल पर। उस तरफ जहां उसकी संतान को ठंड न लग जाय। बच्चे की नींद ना खुल जाय और उसके लाल को कोई तकलीफ न हो। कहां से कैसे इतनी कोमलता, सहनशीलता, त्याग, अपनत्व, धैर्य आता है मां के हृदय में? मुझे सदैव परेशान करता है? यह संसार का जटिल रहस्य है। दुनिया में मां जैसा सम्मान आदर संतान को देने वाला कोई नहीं है। यह जितनी जल्द समझ ले, उतना अच्छा। बाद में पछतावा जीवन भर साथ रहेगा। माँ को सहेजे सम्मान करें, आदर करें। जीवन सदैव सफल मंगलमय रहेगा।
डा. सिंह ने कहा कि “बरसा बिन सागर कौन भरे” “माता बिन आदर कौन करे“। खुंशापुर स्थित अपने पैतृक आवास पर आयोजित कार्यक्रम में गाँव के तमाम गणमान्य सदस्यों के साथ गाँव की 20 माताओं का सम्मान माल्यार्पण करते हुये अंग्वस्तरम् एवं मिष्ठान देकर उन्होंने किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ मधुशारदा ने किया। इस अवसर पर डॉ ऋषिरंजन, डॉ कृष्णदेव सिंह, चन्द्रभण सिंह, अरविंद पोस्टमास्टर, राजनाथ सिंह, राजभान सिंह, सुरेश सिंह, राहुल सिंह सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।
डा. सिंह ने कहा कि “बरसा बिन सागर कौन भरे” “माता बिन आदर कौन करे“। खुंशापुर स्थित अपने पैतृक आवास पर आयोजित कार्यक्रम में गाँव के तमाम गणमान्य सदस्यों के साथ गाँव की 20 माताओं का सम्मान माल्यार्पण करते हुये अंग्वस्तरम् एवं मिष्ठान देकर उन्होंने किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ मधुशारदा ने किया। इस अवसर पर डॉ ऋषिरंजन, डॉ कृष्णदेव सिंह, चन्द्रभण सिंह, अरविंद पोस्टमास्टर, राजनाथ सिंह, राजभान सिंह, सुरेश सिंह, राहुल सिंह सहित तमाम लोग उपस्थित रहे।