वित्त विभाग के राजेश जैन के अवकाश प्राप्त होने पर कुलपति ने दी विदाई
उन्होंने कहा कि आप जीवन की दूसरी यात्रा शुरू करने जा रहे हैं। आपके अनुभव का लाभ विश्वविद्यालय जरूरत पड़ने पर लेगा। आपकी सेवा समाप्त नहीं हुई है आप विश्वविद्यालय परिवार से अपने परिवार के बीच जा रहे हैं। उन्होंने उनके स्वस्थ और सुखमय जीवन की कामना की। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि विनीत सेठ ने कहा कि आपने अपनी सेवा का बेदाग जीवन व्यतीत किया। अब आप स्वतंत्र होकर आगे समाज की सेवा कर सकते हैं। वित्त अधिकारी संजय राय ने कहा कि आप हर कामों में आगे बढ़ कर हिस्सा लेते रहे हैं यह अन्य कर्मचारियों के लिए एक नई सीख देता है। परीक्षा नियंत्रक वी एन सिंह ने आदमी मुसाफिर है आता है जाता है गीत सुना कर अपनी भावनाएं व्यक्त की। प्रो.बीबी तिवारी ने कहा कि विलक्षण प्रतिभा के धनी हैं।छात्र अधिष्ठाता प्रो. अजय द्विवेदी ने कहा कि आपने अपने कार्यों से अपनी पहचान बनाई है। कर्मचारी संघ के पूर्व महामंत्री स्वतन्त्र कुमार ने कहा कि राजेश जैन में जीवन जीने की कला है।
समारोह का संचालन सुशील प्रजापति और आभार मदन मोहन भट्ट ने किया। इस अवसर पर डॉ.मनोज मिश्र, डॉ. संतोष कुमार, डॉ सुनील कुमार, सहायक कुलसचिव अमृतलाल, बबिता सिंह, डॉ पीके कौशिक, कपिल त्यागी सरोज पांडेय, राम समुझ, रमेश पाल, श्रीनाथ यादव, श्याम श्रीवास्तव, ऋषि सिंह रघुवंशी, अवशेष कुमार, नीता गुप्ता, स्वामी प्रसाद, आदि शिक्षक और कर्मचारी शामिल थे।