मुख्यमंत्री जी आप का बेहतर स्वास्थ्य सेवा का दावा जौनपुर में हवा-हवाई

जौनपुर: सूबे की सरकार का बेहतर स्वास्थ्य सेवा देने का दावा हवा-हवाई साबित हो रहा है। करोड़ों की लागत से बने अस्पतालों में जहां चिकित्सक नहीं मिलते वहीं बाहर से दवा और परीक्षण के लिए पर्ची थमा दी जाती है।
गरीबों-मजलूमों को बेहतर उपचार के लिए विभिन्न योजनाओं के माध्यम से हर साल करोड़ों रुपये खर्च किए जाते हैं लेकिन इसका अपेक्षित लाभ नहीं मिल रहा है। चिकित्सकों व स्वास्थ्य कर्मियों की कमी सबसे बड़ा कारण है। जीवन रक्षक दवाओं की जरूरत मरीज को रहती है, अधिसंख्य दवाएं अस्पतालों में उपलब्ध नहीं रहती हैं। डाक्टर इन्हें बाहर से खरीद कर लाने की सलाह देते हैं। अभी तक जिले के सरकारी अस्पतालों में एक भी कार्डियोलाजिस्ट तथा न्यूरो का चिकित्सक नहीं मिल सका है। इतना ही नहीं जो चिकित्सक और पैरामेडिकल स्टाफ हैं उनमें सेवा भावना का अभाव है। यही कारण है कि मरीज की सरकारी अस्पतालों की अपेक्षा निजी नर्सिग होमों में इलाज कराना मजबूरी है।
प्रभारी के सहारे महिला अस्पताल
जौनपुर: उमानाथ सिंह जिला महिला चिकित्सालय केयर टेकर के सहारे चल रहा है। जननी सुरक्षा योजना के चलते जहां मरीजों की संख्या काफी बढ़ गई है वहीं चिकित्सक पूर्व में स्वीकृत पदों से एक चौथाई ही बचे हैं। स्वीकृत 21 पदों में वर्तमान में महज छह चिकित्सक ही तैनात हैं। इनमें सिर्फ तीन महिला चिकित्सक हैं। मजबूरी का फायदा उठाकर उपचार के नाम पर सौदा किया जाता है। इस खेल में तमाम गरीब-गुरबे त्वरित इलाज न होने के कारण दम तोड़ देते हैं। सीएमएस का पद भी लंबे समय से रिक्त चल रहा है। लेबल-3 के चिकित्सक के सहारे अस्पताल का संचालन हो रहा है।



बेकार पड़ा ट्रामा सेंटर
जौनपुर: गंभीर मरीजों के त्वरित उपचार के लिए सिरकोनी विकास खंड के हौज गांव में ट्रामा सेंटर स्थापित किया गया है। भवन बनकर तैयार हुए लगभग दो साल हो गए लेकिन अभी तक न तो चिकित्सकों की नियुक्ति हो सकी और न ही संसाधन के लिए बजट आया।
वसूली से परेशान हैं मरीज
जौनपुर: सरकारी अस्पतालों में वसूली से मरीज और तीमारदार परेशान हैं। चिकित्सक द्वारा रखे गए प्राइवेट कर्मचारियों और स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा भर्ती, उपचार और परीक्षण के नाम पर धन उगाही की जाती है। सबरहद शाहगंज निवासी इंद्रपरी देवी गंभीर रूप से झुलसने के कारण जिला अस्पताल में भर्ती हैं। पति जय प्रकाश का आरोप है कि पहले दिन अधिकांश दवाएं बाहर से खरीदनी पड़ी। अब पैसा देने पर ही साफ-सफाई व ड्रेसिंग की जा रही है। वहीं लाइन बाजार निवासी शिव प्रकाश ने बताया कि उसकी मां उर्मिला तिवारी के पेट का आपरेशन हुआ है। आरोप है कि स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा बेडशीड कई दिनों तक नहीं बदला जाता है। जिससे संक्रामक रोग फैलने की आशंका रहती है। नगर के मुफ्ती मोहल्ला निवासी आयशा चाकू के हमले में घायल होकर जिला अस्पताल में भर्ती है। आरोप है कि तीमारदारों से चिकित्सक ने बाहर की दवा मंगाकर उपचार किया। पैसा मांगने का आरोप दिनेश कुमार यादव निवासी अटरिया मड़ियाहूं, मीठेपार सिकरारा निवासी रामफेर ने भी लगाया।
मुख्य चिकित्साधिकारी डा.टीएन मिश्र ने कहा कि अस्पतालों में सभी आवश्यक दवाएं और जांच की व्यवस्था है। चिकित्सकों की कमी को पूरा करने के लिए कई बार पत्र लिखा गया है।
जनपद में चिकित्सकों की स्थिति:-
1- जिला पुरुष चिकित्सालय-01
2- तैनात चिकित्सक-25
3- स्वीकृत पद-27
--------------------
1- जिला महिला चिकित्सालय-01
2-तैनात चिकित्सक-07
3- स्वीकृत पद-21
------------------------
ग्रामीण क्षेत्र के चिकित्सालय:-
1- सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र-21
2-प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र-73
3- तैनात चिकित्सक-219
5-रिक्त पद-103

एक टिप्पणी भेजें

emo-but-icon

AD

जौनपुर का पहला ऑनलाइन न्यूज़ पोर्टल

आज की खबरे

साप्ताहिक

सुझाव

संचालक,राजेश श्रीवास्तव ,रिपोर्टर एनडी टीवी जौनपुर,9415255371

जौनपुर के ऐतिहासिक स्थल

item