महिला साथी के साथ गैंगरेप को लेकर भड़के जौनपुर के पत्रकार
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जौनपुर। हम कलम के सिपाही हैं। हममें सत्ता को मुंहतोड़ जवाब देने की ताकत है। हमारी सज्जनता का महाराष्ट्र सहित अन्य प्रांतों की सरकारें गलत अर्थ लगाती हैं। यदि मुम्बई गैंगरेप पीडि़त महिला पत्रकार को त्वरित न्याय नहीं मिला तो हम अपनी लेखनी के माध्यम से महाराष्ट्र सरकार को उसकी औकात बता देंगे। उपरोक्त बातें गोमती जर्नलिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष डा. राम सिंगार शुक्ल गदेला ने मुम्बई में महिला पत्रकार के साथ घटित घटना के बाद संघ की आपात बैठक को सम्बोधित करते हुये कहा। शनिवार को नगर के नखास स्थित कैम्प कार्यालय पर एसोसिएशन की हुई आपात बैठक में मुम्बई में खबर और फोटो करने गुरूवार को निकली महिला पत्रकार के साथ गैंगरेप की घटना की उपस्थित पत्रकारों ने घोर निंदा करते हुये इस घटना को अंजाम देने वालों को गिरफ्तार कर त्वरित व कड़ी सजा दिलाने की महाराष्ट्र सरकार से एक स्वर में मांग की गयी। महासचिव संजय अस्थाना ने इस घटना की निंदा करते हुये कहा कि हमंे जनतंत्र का चतुर्थ स्तम्भ कहा जाता है और जब हमारी सुरक्षा व संरक्षा की बात आती है तब सरकारें मौन हो जाती हैं। बैठक में जहां इस घटना की निंदा की गयी, वहीं सर्वसम्मत से निर्णय लिया गया कि संस्था इस घटना के विरोध में जिलाधिकारी को भारत के राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन सोमवार को सौंप कर इस काण्ड मंे शामिल अभियुक्तों की अविलम्ब गिरफ्तारी कर फास्ट टैªक कोर्ट में सुनवाई कर शीघ्र सजा सुनाये जाने की मांग करेगा। महासचिव श्री अस्थाना के संचालन में हुई बैठक में संस्थापक रामजी जायसवाल, कैलाशनाथ मिश्र, प्रमोद जायसवाल, संतोष सोंथालिया, सूरज साहू, अजीत सोनी, नौशाद अली, मेराज अहमद, संजय शर्मा, मो. अब्बास, दीपक गुप्ता, मिथिलेश सिंह, रामसकल यादव, प्रकाश चन्द्र शुक्ल, राजेश मौर्य, डा. आलोक गुप्ता, विद्याधर राय विद्यार्थी, विक्रम गुप्ता, दीपक चिटकारिया, अजय पाण्डेय, कुमार कमलेश, सुशील वर्मा, डा. प्रमोद वाचस्पति सहित तमाम सम्पादक, पत्रकार, छायाकार उपस्थित रहे।
