जौनपुर की जनता करती है मौत का सफ़र !
https://www.shirazehind.com/2014/03/blog-post_9261.html
जौनपुर: जिला प्रशासन द्वारा ओवरलोडिंग एवं लटका कर यात्रा करने की प्रथा को समाप्त करने के लिए दिए गए कड़े निर्देश के बावजूद अधिकांशत: मार्गो की स्थिति यह है कि आसानी से वाहनों पर लटकती सवारियों को देखा जा सकता है। प्रशासन का अभियान चालकों की पिटाई एवं वाहन के चालान तक सिमट जाता है।
आलम यह है कि क्षेत्र के सीतमसराय से नेवढि़यां, रामपुर से निगोह, रामपुर से कठवतिया मार्गो पर शासन-प्रशासन के तमाम निर्देश से बेखौफ अधिकांश वाहनों पर सवारियां लटकी रहती हैं। ओवरलोडिंग के चलते दुर्घटनाएं हो रही हैं लेकिन प्रशासन लगाम कसने में असमर्थ दिखाई पड़ रहा है। नतीजा स्थिति जस की तस है।
उधर खेतासराय में 25 जनवरी को हुई डग्गामार बस से अविनाश की मौत तो बानगी मात्र है जबकि इसके पूर्व नगर में ही दर्जनों इसकी चपेट में आने से मर चुके हैं।
दूलीपुर (जमदहां) ग्राम निवासी अविनाश विश्वकर्मा की मौत तब हुई जब वह नगर में अपनी दुकान के सामने खड़ी जौनपुर मार्ग पर बस के पीछे बैट्री लादने के लिए बात कर रहे थे। बहरहाल पुलिस ने अज्ञात चालक पर मुकदमा दर्ज कर बस को कब्जे में ले लिया और मामले की इतिश्री हो गई। नगर व आस-पास ऐसे वाहनों की भरमार है। बस मालिकों को किसी की जान से क्या मतलब, आज नहीं तो कल नाम दूसरे का, पता कहीं का, मुकदमा कर समाप्त हो जाता है। वहीं असली व्यक्ति इनकी पकड़ से काफी दूर होता है। बस मालिक अपने प्रभाव से धन बल से शीघ्र मामले का पटाक्षेप करा लेते हैं। लेकिन अब तक ऐसी दर्जनों मौतें हो चुकी हैं।