जाम के झाम में फंसा रहा शहर
https://www.shirazehind.com/2014/10/blog-post_680.html
जौनपुर।अक्सर जाम की चपेट में रहने वाला शहर सोमवार को जबर्दस्त जाम के झाम को झेलता नजर आया।
सुबह करीब साढ़े दस बजे से ओलंदगंज से कोतवाली चौराहे के बीच लगा जाम शाम साढ़े तीन बजे तक चलता रहा। इस बीच इसमें फंसे लोग अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए किसी तरह से बस रेंगते नजर आए। छठ पूजा की खरीदारी को बड़ी तादाद में लोग बाजारों में निकले, जो जाम का एक अहम कारण रहा।
शहर में लोग भीषण जाम झेलने को मजबूर रहे तो यातायात व्यवस्था नियंत्रित करने की जिनकी जिम्मेदारी है वह ऐसा कुछ प्रयास करते नहीं दिखे। जिससे कि लोगों की मुश्किलें कुछ काम होती। शाही पुल के पास महज एक सिपाही तो सद्भावना पुल के पास दो होमगार्ड स्थिति सामान्य कराने की नाकाम कोशिश में हांफते नजर आए।
पालीटेक्निक चौराहे पर जिस समय जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक चौराहे के सुंदरीकरण कार्य के निरीक्षण हेतु पहुंचे उस समय वहां जबर्दस्त जाम लगा रहा। दोनों आलाधिकारी भी करीब आधे घंटे तक जाम में फंसे रहे।
शहर में आए दिन लगने वाले जाम से निजात दिलाने का विकल्प ढूंढ पाने में जिम्मेदार असफल साबित हो रहे हैं। इसका खामियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ता है।
सुबह करीब साढ़े दस बजे से ओलंदगंज से कोतवाली चौराहे के बीच लगा जाम शाम साढ़े तीन बजे तक चलता रहा। इस बीच इसमें फंसे लोग अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए किसी तरह से बस रेंगते नजर आए। छठ पूजा की खरीदारी को बड़ी तादाद में लोग बाजारों में निकले, जो जाम का एक अहम कारण रहा।
शहर में लोग भीषण जाम झेलने को मजबूर रहे तो यातायात व्यवस्था नियंत्रित करने की जिनकी जिम्मेदारी है वह ऐसा कुछ प्रयास करते नहीं दिखे। जिससे कि लोगों की मुश्किलें कुछ काम होती। शाही पुल के पास महज एक सिपाही तो सद्भावना पुल के पास दो होमगार्ड स्थिति सामान्य कराने की नाकाम कोशिश में हांफते नजर आए।
पालीटेक्निक चौराहे पर जिस समय जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक चौराहे के सुंदरीकरण कार्य के निरीक्षण हेतु पहुंचे उस समय वहां जबर्दस्त जाम लगा रहा। दोनों आलाधिकारी भी करीब आधे घंटे तक जाम में फंसे रहे।
शहर में आए दिन लगने वाले जाम से निजात दिलाने का विकल्प ढूंढ पाने में जिम्मेदार असफल साबित हो रहे हैं। इसका खामियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ता है।