विहिप, बजरंग दल सहित अन्य हिन्दूवादी संगठनों ने मनाया शौर्य दिवस
https://www.shirazehind.com/2015/12/blog-post_38.html
कार्यकर्ताओं ने भजन-कीर्तन करके लिया गऊ व देवभूमि रक्षा का संकल्प
जौनपुर। विश्व हिन्दू परिषद, बजरंग दल सहित अन्य हिन्दूवादी संगठनों ने रविवार को शौर्य दिवस मनाया जहां हनुमान चालीसा पाठ के साथ भजन-कीर्तन किया गया। साथ ही गऊ व देवभूमि की रक्षा करने का संकल्प लिया गया।
नगर के गूलर घाट स्थित रामजानकी मठ पर आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता विभाग उपाध्यक्ष हरिराम बिन्द एवं संचालन बजरंग दल के जिला संयोजक विनय मौर्य ने किया।
इस मौके पर भारत माता की अस्मिता, गऊ की सेवा, रक्षा सहित अन्य देशभक्ति कार्य करने का संकल्प लिया गया। साथ ही सभी हिन्दूओं को एकजुट होकर समाज, धर्म व राष्ट्र पर कुठाराघात करने वालों का मुंहतोड़ जवाब देने के लिये तैयार रहने का आह्वान किया गया।
इसी क्रम में फलाहारी महाराज ने कहा कि जहां बसई सुन्दर देश, वह प्रति पालक महेशु। उन्होंने कहा कि अंदर की शक्तियों का विस्तार करने को हम शौर्य कहते हैं।
इस अवसर पर नरसिंह बहादुर सिंह, प्रभाकर तिवारी, राकेश श्रीवास्तव, अवधेश चौहान, महेश सेठ, आचार्य रविन्द्र द्विवेदी, रमेश मिश्र, भारतद्वाज मिश्र, रामजी जायसवाल, ओम प्रकाश, विरेन्द्र कुमार, दीपक श्रीवास्तव, सचिन श्रीवास्तव, चन्दन सोनकर, संतोष सेठ, कमलेश अग्रहरि सहित सैकड़ों हिन्दूवादी विचारधारा के लोग उपस्थित रहे।
जौनपुर। विश्व हिन्दू परिषद, बजरंग दल सहित अन्य हिन्दूवादी संगठनों ने रविवार को शौर्य दिवस मनाया जहां हनुमान चालीसा पाठ के साथ भजन-कीर्तन किया गया। साथ ही गऊ व देवभूमि की रक्षा करने का संकल्प लिया गया।
नगर के गूलर घाट स्थित रामजानकी मठ पर आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता विभाग उपाध्यक्ष हरिराम बिन्द एवं संचालन बजरंग दल के जिला संयोजक विनय मौर्य ने किया।
इस मौके पर भारत माता की अस्मिता, गऊ की सेवा, रक्षा सहित अन्य देशभक्ति कार्य करने का संकल्प लिया गया। साथ ही सभी हिन्दूओं को एकजुट होकर समाज, धर्म व राष्ट्र पर कुठाराघात करने वालों का मुंहतोड़ जवाब देने के लिये तैयार रहने का आह्वान किया गया।
इसी क्रम में फलाहारी महाराज ने कहा कि जहां बसई सुन्दर देश, वह प्रति पालक महेशु। उन्होंने कहा कि अंदर की शक्तियों का विस्तार करने को हम शौर्य कहते हैं।
इस अवसर पर नरसिंह बहादुर सिंह, प्रभाकर तिवारी, राकेश श्रीवास्तव, अवधेश चौहान, महेश सेठ, आचार्य रविन्द्र द्विवेदी, रमेश मिश्र, भारतद्वाज मिश्र, रामजी जायसवाल, ओम प्रकाश, विरेन्द्र कुमार, दीपक श्रीवास्तव, सचिन श्रीवास्तव, चन्दन सोनकर, संतोष सेठ, कमलेश अग्रहरि सहित सैकड़ों हिन्दूवादी विचारधारा के लोग उपस्थित रहे।

