इस्लाम को बदनाम करने वालों से सर्तक रहने की जरुरत : मौलाना अलकमी
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जौनपुर। इस्लाम ने हमेशा अमन चैन व मोहब्बत का पैगाम दिया है पर आज जिस तरह से कुछ विदेशी ताकतें इस्लाम के नाम पर बेगुनाह लोगों का खून बहाने का काम कर रही हैं उनसे हमें सतर्क रहने की जरुरत है ये लोग इस्लाम का मुखौटा लगाकर किसी और कौम की मदद कर रहे हैं और बेवजह इस्लाम को बदनाम कर रहे है। इस बात की मिशाल दुनिया में कई बार सामने आ चुकी है ऐसे में हम सबलोग मिलकर इन लोगों के खिलाफ लड़ाई लड़ने के लिए आगे आना होगा जिससे की असली इस्लाम का पैगाम पूरी दुनिया को दिया जा सकता है। यह बातें रविवार को नगर के मखदूम शाह अढ़न स्थित इमामबाड़ा कल्लू मरहूम में आयोजित मोहतशिम रिजवी मरहूम के चेहलुम की मजलिस को खेताब करते हुए मौलाना अलकमी जैदी बिजनौरी ने कहा।
उन्होंने कहा कि इस्लाम में हमेशा आपसी भेदभाव भुलाकर सबको साथ रहने का पैगाम दिया है और यही वजह है कि पैगम्बरे इस्लाम हजरत मोहम्मद साहब ने जात मजहब से ऊपर उठकर मजलूम, बेसहारा लोगों की मदद किया था आज कुछ ऐसे लोग है जो बेवजह लोगों का कत्ले आम कर इस्लाम को बदनाम करने का काम कर रहे है। यह कोई पहला मौका नहीं है। 14
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वर्ष पहले भी कर्बला के मैदान में यजीदी हुकुमत ने भी हजरत इमाम हुसैन व उनके 72 साथियों को तीन दिन का भूखा प्यासा कत्ल कर पूरी इंसानियत को शर्मसार किया था लेकिन आज उसका नाम लेने वाला भी कोई नहीं है और इमाम हुसैन को पूरी दुनिया नजराने अकीदत पेश कर रही है। इसके पूर्व मजलिस का आगाज तेलावते कलामे पाक से सोजख्वानी सै. कायम हसन रिजवी व उनके हमनवां ने पढ़ा। पेशख्वानी मशहूर शायर शकील जौनपुरी, सलमान जौनपुरी, अंजुम जौनपुरी, शबाब अहमद बिहारी ने किया। मजलिस के बाद अंजुमन मजलूमिया में नौहाख्वानी व सीनाजनी किया। इस मौके पर पूर्व सभासद शाहिद मेंहदी, तहसीन शाहिद, आजम जैदी, फहेद, अली रिजवान राजा, डा. सज्जाद राजा, हसनैन कमर दीपू सहित अन्य लोग मौजूद रहे। संयोजक सदफ जैदी ने लोगों के प्रति आभार प्रकट किया।