भदोही के चकवा महावीर के मेले में उमड़ा सैलाब, दर्शन को लगी होड़
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भदोही। जिले के सांस्कृति और धार्मिक धरोहर चकवा महावीर का
मेला मंगलवार को आयोजित किया गया। कड़े सुरक्षाबंदोबस्त में हजारों की
संख्या में लोग मंगलवार को चकवा महावीर मंदिर पर पहुंच जहां हनुमान जी का
पूर्जन अर्चन किया और मेले का आंदन उठाया। इस दौरान अपर पुलिस अधीक्षक ने
मेले की सुरक्षा व्यवस्था का भी जायजा लिया। मेल में लोगों जेलेबियां और
तरह-तरह के पकखनों की खरीदारी किया। वहीं बच्चों ने डिंडोले का आनंद लिया।
भदोही जिले के जिला मुख्यालय ज्ञानपुर तीन किमी पूरब स्थित चकवा में महावीर हनुमान का प्राचीन मंदिर है। कहा जाता है यह प्रतिमा जमीन के अंदर से निकली है। मान्यता है कि चकवा महावीर का जो मन से दर्शन पूजन करता है उसकी मनोकामना पूर्ण होती है। यह प्राचीन मंदिर भव्य तालाब के पास स्थित हैं। यहां सैकड़ों सालों से सावन में इसी स्थिति को मंगल मेले का आयोजन किया जाता है। इस मेले की स्थानीय मान्यता है। जिले में इस दिन स्थानीय अवकाश भी घोषित रहता है। मंगलवार को आयोजित मेले में जिले के अलावा मिर्जापुर, भदोही, वाराणसी, जौनपुर और इलाहाबाद के व्यापारियों शामिल हुए। यहां डिंडोले का खूब आनंद लिया जाता है। हलांकि जिला प्रशासन से कुछ सालों से हिंडोले पर सुरक्षा के लिहज से प्रतिबंध लगा दिया हैं जिससे मेले का रोचकता खत्म हो चली है। इस दौरान महिलाओं और बच्चों ने जमक र मिठाईयां और जलेबियां की खरीददारी किया। चाट की दुकानों पर भीड़ लगी थी। इस सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए थे। ज्ञानपुर नगर पंचायत की तरफ से वाटर टैंक भी उपलब्ध कराया गया था। अपर पुलिस अधीक्षक स्वयं मेले की सुरक्षा का जायजा लिया। इस दौरान काफी संख्या में फोर्स तैनात की गयी थी। जिससे मेले में किसी प्रकार की कोई परेशानी न आए। सुबह से ही चकवा महावीर मंदिर पर हनुमान जी के दर्शन के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी।
भदोही जिले के जिला मुख्यालय ज्ञानपुर तीन किमी पूरब स्थित चकवा में महावीर हनुमान का प्राचीन मंदिर है। कहा जाता है यह प्रतिमा जमीन के अंदर से निकली है। मान्यता है कि चकवा महावीर का जो मन से दर्शन पूजन करता है उसकी मनोकामना पूर्ण होती है। यह प्राचीन मंदिर भव्य तालाब के पास स्थित हैं। यहां सैकड़ों सालों से सावन में इसी स्थिति को मंगल मेले का आयोजन किया जाता है। इस मेले की स्थानीय मान्यता है। जिले में इस दिन स्थानीय अवकाश भी घोषित रहता है। मंगलवार को आयोजित मेले में जिले के अलावा मिर्जापुर, भदोही, वाराणसी, जौनपुर और इलाहाबाद के व्यापारियों शामिल हुए। यहां डिंडोले का खूब आनंद लिया जाता है। हलांकि जिला प्रशासन से कुछ सालों से हिंडोले पर सुरक्षा के लिहज से प्रतिबंध लगा दिया हैं जिससे मेले का रोचकता खत्म हो चली है। इस दौरान महिलाओं और बच्चों ने जमक र मिठाईयां और जलेबियां की खरीददारी किया। चाट की दुकानों पर भीड़ लगी थी। इस सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए थे। ज्ञानपुर नगर पंचायत की तरफ से वाटर टैंक भी उपलब्ध कराया गया था। अपर पुलिस अधीक्षक स्वयं मेले की सुरक्षा का जायजा लिया। इस दौरान काफी संख्या में फोर्स तैनात की गयी थी। जिससे मेले में किसी प्रकार की कोई परेशानी न आए। सुबह से ही चकवा महावीर मंदिर पर हनुमान जी के दर्शन के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी।