कब बहुरेगें गड्ढामुक्त सड़कों के दिन
https://www.shirazehind.com/2016/10/blog-post_768.html
। जनपद की गड्ढामुक्त सड़कों के दिन नहीं लौट रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में भी वर्षों से खराब हो चुकी सड़कें जानलेवा साबित हो रही हैं। इससे लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड रहा है। इसके बाद भी प्रशासन की तरफ से इससे निजात पाने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। केराकत से थानागद्दी मार्ग, थानागद्दी से सिंधोरा मार्ग, मोढैला से थानागद्दी मार्ग, थानागद्दी से पराऊगंज जलालपुर मार्ग जानलेवा साबित हो रही है। इन सड़कों पर जगह-जगह इतने गड्ढे हो चुके हैं कि इन पर चलना जान जोखिम में डालने के बराबर है। आये दिन हो रही सड़क दुर्घटनाएं गड्ढा युक्त सड़क का होना ही माना जा रहा है। कोई भी राहगीर अथवा वाहन चालक इन सड़कों पर चलने से तौबा करता है। देखा जाए तो पांच वर्ष पूर्व मोढैला-थानागद्दी मार्ग के चाड़ीकरण व उच्चीकरण का कार्य प्रारंभ हो गया। किंतु मात्र मोढैला से भैंसा गांव तक ही सड़क का निर्माण कराकर कार्य ठप कर दिया गया है। जगह-जगह सड़कों पर बिखरी गिट्टियां राहगीरों को चुभन का एहसास करा रही हैं। सबसे ज्यादा बद से बदतर स्थिति केराकत से थानागद्दी सिंधोरा मार्ग व पराऊगंज मार्ग की है, जहां पर गड्ढे नहीं बल्कि गड्ढों में ही सड़क को तलाशना पड़ रहा है। मीरगंज क्षेत्र के बधवा बाजार से भटहर की तरफ आया संपर्क मार्ग रख-रखाव के अभाव में बुरी तरह से टूट गया है । बंधवा बाजार से मीरगंज की तरफ आने वाली सघ्क रख रखाव व जनप्रतिनिधियों की उपेक्षाओं के कारण पूरी तरह से टूट चुकी है। इसके रास्ते में चारों तरफ गहरे गड्ढे व उसकी गिट्टियों का जाल बिछा पड़ा है। यह स्थिति जगदीशपुर, गोगावल, माधोपुर, इमिलिया रामपुरखुर्द, भिदूना भटहर होते हुए मीरगंज जाने का सरल मार्ग होने के कारण लोगों द्वारा इस सड़क का उपयोग किया जा रहा है।