आनन-फानन में कांग्रेस की गोद में जाकर बैठ गए अखिलेश : P.M
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मऊ। नरेंद्र मोदी ने यहां सोमवार को पहली बार रैली की। उन्होंने
कहा, "आज भी कई जगह वोटिंग हो रही है। सबको पता चल गया है कि यूपी में
बीजेपी और उसकी साथी पार्टियों की सरकार बनेगी। केंद्र में पूर्ण बहुमत की
सरकार के चलते पूरी दुनिया में भारत की जय-जयकार हो रही है। आप यूपी में भी
बीजेपी की पूर्ण बहुमत की सरकार बनाएं।" बता दें कि पीएम की रैली चार बार
से लगातार विधायक रहे बाहुबली मुख्तार अंसारी के गढ़ में हुई। रैली में
सिक्युरिटी को लेकर अलर्ट जारी किया गया था।
मोदी ने कहा मैं मऊ के भाइयों बहनों से क्षमा मांगता हूं। 2014 10 मई को मैं यहां आने वाला था, सारी तैयारियां हो चुकी थीं। लेकिन, मेरे एक साथी सुशील राय का निधन हो गया। सभी कार्यकर्ता हिल गए थे। लेकिन, लोगों ने उन्हें यहां से लोकसभा का चुनाव लड़ा दिया। मेरे मन में तभी से चुभन थी कि मैं यहां आ नहीं पा रहा हूं। आज मैं देख रहा हूं कि इसी मैदान में मुझे तीन-तीन सभाएं नजर आ रही हैं। जहां नजर जा रही है, वहां लोग ही नजर आ रहे हैं। बीजेपी को यूपी में अकेले पूर्ण बहुमत मिलने वाला है, मिलेगा भी तो भी जितने छोटे दल हमारे साथ हैं, इस चुनाव में वो भी सरकार का हिस्सा होंगे। हम चुनावी तिकड़म वाले नहीं, सबका साथ-सबका विकास करने वाले लोग हैं। जितने भी लोग हमारे साथ आए, हम सबका विकास करने के लक्ष्य को लेकर आगे बढ़ रहे हैं। जब एसपी को लगा कि अकेले जीत नहीं पाएंगे, मदद चाहिए। आनन-फानन में वो कांग्रेस की गोद में जाकर बैठ गए। डूबती हुई नाव पर सवार हो गए। अखबारों-टीवी पर दिखने लगे तो सोचने लगे कि जोड़ी जम गई। ऐसे नशे में आ गए कि जिस तरह कैमरा को झूठा बना देते हैं, वैसे ही जनता को भी बना देंगे। लेकिन, ये भूल गए कि जनता दूध का दूध, पानी का पानी करना जानती है। गठबंधन के बाद दो तिहाई बहुमत के साथ यूपी में वापस आने की बात कही। एक चरण समाप्त होने के बाद कुछ लोगों ने प्रचार में आने से ही अपने आपको बाहर कर लिया। जो दो तिहाई बहुमत, दोबारा जीतने की बातें करते थे, वो हाथ जोड़कर कहने लगे कि हमें एक बार मौका दे दो, गलतियां दूर कर देंगे। जब अपने इलाके में आए तो लगा कि ये तो हमारा परिवार है, जब वहीं पिटाई हो गई, लोगों ने खुलेआम उनके खिलाफ मतदान किया तो उन्हें पता चल गया कि अब जीतने वाले नहीं हैं।
मोदी ने कहा मैं मऊ के भाइयों बहनों से क्षमा मांगता हूं। 2014 10 मई को मैं यहां आने वाला था, सारी तैयारियां हो चुकी थीं। लेकिन, मेरे एक साथी सुशील राय का निधन हो गया। सभी कार्यकर्ता हिल गए थे। लेकिन, लोगों ने उन्हें यहां से लोकसभा का चुनाव लड़ा दिया। मेरे मन में तभी से चुभन थी कि मैं यहां आ नहीं पा रहा हूं। आज मैं देख रहा हूं कि इसी मैदान में मुझे तीन-तीन सभाएं नजर आ रही हैं। जहां नजर जा रही है, वहां लोग ही नजर आ रहे हैं। बीजेपी को यूपी में अकेले पूर्ण बहुमत मिलने वाला है, मिलेगा भी तो भी जितने छोटे दल हमारे साथ हैं, इस चुनाव में वो भी सरकार का हिस्सा होंगे। हम चुनावी तिकड़म वाले नहीं, सबका साथ-सबका विकास करने वाले लोग हैं। जितने भी लोग हमारे साथ आए, हम सबका विकास करने के लक्ष्य को लेकर आगे बढ़ रहे हैं। जब एसपी को लगा कि अकेले जीत नहीं पाएंगे, मदद चाहिए। आनन-फानन में वो कांग्रेस की गोद में जाकर बैठ गए। डूबती हुई नाव पर सवार हो गए। अखबारों-टीवी पर दिखने लगे तो सोचने लगे कि जोड़ी जम गई। ऐसे नशे में आ गए कि जिस तरह कैमरा को झूठा बना देते हैं, वैसे ही जनता को भी बना देंगे। लेकिन, ये भूल गए कि जनता दूध का दूध, पानी का पानी करना जानती है। गठबंधन के बाद दो तिहाई बहुमत के साथ यूपी में वापस आने की बात कही। एक चरण समाप्त होने के बाद कुछ लोगों ने प्रचार में आने से ही अपने आपको बाहर कर लिया। जो दो तिहाई बहुमत, दोबारा जीतने की बातें करते थे, वो हाथ जोड़कर कहने लगे कि हमें एक बार मौका दे दो, गलतियां दूर कर देंगे। जब अपने इलाके में आए तो लगा कि ये तो हमारा परिवार है, जब वहीं पिटाई हो गई, लोगों ने खुलेआम उनके खिलाफ मतदान किया तो उन्हें पता चल गया कि अब जीतने वाले नहीं हैं।