फल के साथ सूखे मेवे के भाव में उछाल
https://www.shirazehind.com/2017/03/blog-post_367.html
जौनपुर। नवरात्र महापर्व पर बाजार टाइट हो गया। फल संग सूखे मेवा की कीमतों में जबरदस्त उछाल हो गया। महंगाई की मार से बेजार आम आदमी का सारा जोर दूध, खोवा, केला व आलू की खरीद पर रहा। पेड़ा व बर्फी की जगह लोगों ने गुड़ पर अधिक भरोसा जताया। सर्वाधिक मांग दुर्गा सप्तशती की रही।
हवन व पूजन सामग्री के साथ जगत जननी का बुधवार को विशेष पूजन-अर्चन करने के लिए श्रद्धालुओं ने जेब की ताकत के अनुसार खरीद की। खोवा तैयार करने के चक्कर में दूध की मांग अचानक बढ़ गई और दोपहर में एक बजे तक सभी दुकानें दूध से खाली हो गईं। 30 रुपये दर्जन मिलने वाले केले की कीमत 50 रुपये दर्जन तक पहुंच गई। आम आदमी की पहुंच से सेब बाहर हो गया और 150 रुपये किलो तक बिका। अंगूर 80 रूपये जबकि संतरा 50 रुपये किलो की दर से बिका। संतरे को छोड़कर आम जनता ने गाजर व खीरा पर भरोसा जताया। काजू व बादाम नवरात्र महापर्व पर 740 से 850 रुपये किलो तक पहुंच गए। काजू व बादाम खास लोगों ने जबकि छुहाड़ा, गरी व किशमिश आम लोगों ने खरीदा। दूध की कीमत भी आसमान पर रही और शुद्ध दूध के भाव भी आसमान पर पहुंच गए। आलू हर वर्ग की पसंद बनकर उभरा और फलाहार के नाम पर सभी ने आलू को थोक में खरीदा। केला व खीरा का भाव हर आदमी की पहुंच में रहा।
हवन व पूजन सामग्री के साथ जगत जननी का बुधवार को विशेष पूजन-अर्चन करने के लिए श्रद्धालुओं ने जेब की ताकत के अनुसार खरीद की। खोवा तैयार करने के चक्कर में दूध की मांग अचानक बढ़ गई और दोपहर में एक बजे तक सभी दुकानें दूध से खाली हो गईं। 30 रुपये दर्जन मिलने वाले केले की कीमत 50 रुपये दर्जन तक पहुंच गई। आम आदमी की पहुंच से सेब बाहर हो गया और 150 रुपये किलो तक बिका। अंगूर 80 रूपये जबकि संतरा 50 रुपये किलो की दर से बिका। संतरे को छोड़कर आम जनता ने गाजर व खीरा पर भरोसा जताया। काजू व बादाम नवरात्र महापर्व पर 740 से 850 रुपये किलो तक पहुंच गए। काजू व बादाम खास लोगों ने जबकि छुहाड़ा, गरी व किशमिश आम लोगों ने खरीदा। दूध की कीमत भी आसमान पर रही और शुद्ध दूध के भाव भी आसमान पर पहुंच गए। आलू हर वर्ग की पसंद बनकर उभरा और फलाहार के नाम पर सभी ने आलू को थोक में खरीदा। केला व खीरा का भाव हर आदमी की पहुंच में रहा।