परास्नातक की डिग्री होने के बाद भी दी जाती है चपरासी की नौकरी
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जौनपुर। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक मृतक आश्रित शिक्षणेत्तर कर्मचार संघ ने आज जिला मुख्यालय पर जोरदार प्रर्दशन किया। संघ ने जिला प्रशासन के माध्यम से पांच सूत्रीय ज्ञापन बेसिक शिक्षा मंत्री को भेजा है। प्रर्दशनकारी कर्मचारियो का दर्द है कि हम लोग बीए, एमए, बीएड, टीईटी ,एमबीए, एलएलबी, बीटेक, एम टेक और पीएचडी डिग्री धारी है। इसके बाद किसी शिक्षक की मौत होती है उसे शिक्षक बनाने के बजाय चपरासी की नौकरी दी जाती है। वक्ताओ ने कहा कि शिक्षा अधिकार अधिनियम 2009 लागू होने से पूर्व बेसिक शिक्षा विभाग में सेवाकाल के दौरान मृत शिक्षको के आश्रित को विभाग सेवारत प्रशिक्षण कराकर सहायक अध्यापक पद पर नियुक्त करता था।

