सीनियर IPS पर 1 करोड़ लेकर आतंकी छोड़ने का आरोप, CM योगी ने किया तलब
https://www.shirazehind.com/2017/09/ips-1-cm.html
लखनऊ। आईजी रैंक के सीनियर आईपीएस अधिकारी पर बब्बर खालसा के आंतकी को छोड़ने का गंभीर आरोप लगा है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, एसटीएफ की गिरफ्त में आए आतंकी संगठन के एक फाइनेंसर ने पूछताछ में खुलासा किया है कि पंजाब के एक आतंकी को छोड़ने के एवज में आईजी ने एक करोड़ रुपए घूस लिया था। मामला सामने आने के बाद सीएम योगी ने जांच के आदेश दे दिए हैं।
पंजाब के उग्रवादियों को घूस लेकर छोड़ने के मामले में आरोपी सीनियर आईपीएस
को सीएम योगी ने तलब कर लिया है। आरोपी आईपीएस आज अपना पक्ष रखने एनेक्सी
पहुंचे। हालांकि उससे पहले यूपी एसटीएफ ने सभी आरोपों को बेबुनियाद बताया।
एसटीएफ ने पंजाब के किसी भी आतंकी को पकड़ने-और छोड़ने की बात से इनकार किया
है। आईपीएस ने कहा कि 'उन पर ऐसे आरोप लगते रहते हैं, जांच में सब साफ हो
जाएगा'।
मामले की जांच इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) को सौंप दी गई है। आईबी ने मामले में जांच शुरू भी कर दी है।
दरअसल, मीडिया रिपोर्टस् में बताया गया है कि बब्बर खालसा के आतंकियों की तलाश में यूपी की खाक छान रही पंजाब पुलिस को आतंकियों को बचाने के लिए यूपी में आईजी स्तर के एक अफसर को एक करोड़ रुपए पहुंचाने की डील के साक्ष्य हाथ लगे हैं। पंजाब नाभा जेल ब्रेक के आरोपी अमनदीप और रिंपल के बीच बातचीत से डील होने का खुलासा होने पर यूपी के आईपीएस अफसरों में खलबली मच गई है।
डीजीपी सुलखान सिंह ने बताया कि प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार ने एडीजी (LO) को मामले की जांच सौंपी है। फिलहाल, आईजी स्तर के इस अधिकारी को सीएम योगी ने तलब कर लिया है। गृह सचिव अरविंद कुमार ने बताया कि इस मामले में उन्हें कहीं से भी लिखित जानकारी नहीं मिली है और ना ही पंजाब पुलिस उनसे संपर्क किया है। प्राथमिक तौर पर मीडिया रिपोर्ट्स के आधार पर जांच की जा रही है । जो भी मामला सामने आएगा उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
बताया जा रहा है कि पंजाब पुलिस के अफसरों को बब्बर खालसा के दो अपराधियों के बीच बातचीत को इंटरसेप्ट करने पर यह जानकारी मिली कि यूपी में रह रहे खालासा के सदस्यों को बचाने के लिए एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी से एक करोड़ की डील हुई है।
पिछले दिनों सुल्तानपुर से पकड़े गए पिंटू तिवारी को डील के लिए बिचौलिया बनाए जाने की जानकारी भी पंजाब पुलिस के हाथ लगी थी। घूस के लिए फाइनेंसर ने 45 लाख रुपए भी बिचौलिए तक पहुंचा दिए थे।
मामले की जांच इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) को सौंप दी गई है। आईबी ने मामले में जांच शुरू भी कर दी है।
दरअसल, मीडिया रिपोर्टस् में बताया गया है कि बब्बर खालसा के आतंकियों की तलाश में यूपी की खाक छान रही पंजाब पुलिस को आतंकियों को बचाने के लिए यूपी में आईजी स्तर के एक अफसर को एक करोड़ रुपए पहुंचाने की डील के साक्ष्य हाथ लगे हैं। पंजाब नाभा जेल ब्रेक के आरोपी अमनदीप और रिंपल के बीच बातचीत से डील होने का खुलासा होने पर यूपी के आईपीएस अफसरों में खलबली मच गई है।
डीजीपी सुलखान सिंह ने बताया कि प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार ने एडीजी (LO) को मामले की जांच सौंपी है। फिलहाल, आईजी स्तर के इस अधिकारी को सीएम योगी ने तलब कर लिया है। गृह सचिव अरविंद कुमार ने बताया कि इस मामले में उन्हें कहीं से भी लिखित जानकारी नहीं मिली है और ना ही पंजाब पुलिस उनसे संपर्क किया है। प्राथमिक तौर पर मीडिया रिपोर्ट्स के आधार पर जांच की जा रही है । जो भी मामला सामने आएगा उसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
बताया जा रहा है कि पंजाब पुलिस के अफसरों को बब्बर खालसा के दो अपराधियों के बीच बातचीत को इंटरसेप्ट करने पर यह जानकारी मिली कि यूपी में रह रहे खालासा के सदस्यों को बचाने के लिए एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी से एक करोड़ की डील हुई है।
पिछले दिनों सुल्तानपुर से पकड़े गए पिंटू तिवारी को डील के लिए बिचौलिया बनाए जाने की जानकारी भी पंजाब पुलिस के हाथ लगी थी। घूस के लिए फाइनेंसर ने 45 लाख रुपए भी बिचौलिए तक पहुंचा दिए थे।