तीसरे दिन भी वित्तविहीन शिक्षकों ने नही जांची कांपियां, किया प्रदर्शन
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जौनपुर। सम्मानजनक
मानदेय सहित विभिन्न मांगों को लेकर वित्तविहीन शिक्षकों ने सोमवार को भी
यू.पी. बोर्ड के कांपियों के मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार किया। वित्तविहीन
शिक्षक मूल्यांकन केन्द्रों पर दरी विछाकर सभा कर यह निर्णय लिया कि जब तक
हमारी मांगे पूरी नही हो जायेगी तब तक हम न मूल्यांकन करेंगे और न करने
देंगे।
वित्तविहीन शिक्षक अब आर - पार की लड़ाई लड़ने
के लिए तैयार हो गए है। मूल्यांकन केन्द्रों पर शिक्षकों से जबरन मूल्यांकन
कराने आये जिला विद्यालय निरीक्षक से जमकर झड़प भी हुआ। डीआईओएस उमेश
द्वारा बेतन रोक देने की धमकी पर शिक्षकों के बाहर भीतर करने पर खींचातानी
भी हुई। वित्तविहीन शिक्षक नेताओं ने आत्मदाह करने की भी धमकी दिया।
शिक्षकों के खींचातानी में कई केन्द्रों पर जमकर बवाल भी हुआ।
वित्तविहीन
शिक्षक मूल्यांकन केन्द्रों पर दिन में नौ बजे पहुंच गए। साढ़े नौ बजते ही
मूल्यांकन केन्द्रों का मुख्य द्वार बंद कर वित्तविहीन शिक्षक नारेबाजी
करते हुए जमकर प्रर्दशन करना शुरू कर दिया। कांपियां जांचने के लिए आ रहे
वित्तपोषित शिक्षको का पैर पकड़कर उनसे मूल्यांकन न करने का सहयोग मांगा।
उन्होंने भी अपना भरपूर समर्थन दिया। जनक कुमारी इण्टर कालेज पर आयोजित
बैठक में माध्यमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष सन्तोष कुमार सिंह ने कहा कि
संघर्ष की इस घड़ी में हम आप के साथ है। उन्होंने कहा कि सम्मानजनक मानदेय
आप का हक है उसे सरकार को देना पड़ेगा। माध्यमिक वित्तविहीन शिक्षक
प्रधानाचार्य महासभा के प्रांतीय प्रधान महासचिव अखिलेश सिंह ने कहा
वित्तविहीन का एक भी शिक्षक तब तक मूल्यांकन नही करेगा, जब तक कि हमारी
मांगे पूरी नही हो जायेगी। कार्यवाहक प्रदेश अध्यक्ष छोटेलाल यादव ने कहा
कि अब समय आ गया है हम अपनी मांगों को पूरा कराने के लिए आर- पार की लड़ाई
के लिए तैयार रहे।
बैठक में जिलाध्यक्ष मंगरू राम
मौर्या, राजेश मिश्रा, श्रधेय गुप्ता, अमित दूबे, लालचन्द विश्वकर्मा,
विकास सिंह, श्यामधर मिश्र, अंकुर द्विवेदी, विवेकानंद मिश्र, नन्हकऊ
गुप्ता, रोहित दुबे, कृष्ण कुमार सिंह, दिलीप सिंह, सुशील सिंह सहित भारी
संख्या में शिक्षक मौजूद रहे।