सरकार और पत्रकारिता की स्वायत्तता में फर्क को बताया शिराज-ए-हिन्द डाटकाम ने : विकास तिवारी
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वेब
न्यूज पोर्टल शिराज-ए-हिन्द डाटकाम को सफलता के पांच वर्ष पुरे करने पर
अशेष शुभकामनाएं व आकाश भर बधाई देता हूँ । साथ ही शिराज-ए-हिन्द डाटकाम
वेब न्यूज पोर्टल के संचालक व संरक्षक बडे़ भाई राजेश श्रीवास्तव के लिए
कम शब्दो में बस इतना ही कहना चाहुगां कि आप जैसे पत्रकारो की वजह से ही
वर्तमान लोक परिस्थितियों में संघर्ष करने के लिए हम जैसे युवाओं का मनोबल
बढ़ता है, जो नदी के प्रवाह की विपरीत दिशा में तैरने का साहस करते है ।
समाज को सच का आईना दिखाने वाले बडे़ भाई राजेश श्रीवास्तव ने अपने कार्य
कौशल से यह साबित कर दिया है कि - बलों में बल मनोबल ही है। बिन मनोबल सबल
दुर्बल। संग मनोबल दुर्बल सबल। मनोबल बग़ैर किसी पारम्परिक और ग़ैर
पारम्परिक ऊर्जा के संचालित होता है। मनोबल वह बल है जो मन से बलित होता
है। मनोबल व्यक्ति विशेष हो सकता है और परिस्थिति विशेष हो सकता है। बल न
भी रहे और मनोबल हो तो आप क्या नहीं कर सकते हैं,इसे कोई बर्नियर स्केल पर
नहीं माप सकता है। तराजू पर नहीं तौल सकता है।
मनोबल
को लेकर अलबल नहीं होना चाहिए। आपने कभी सरकार परस्ती नही किया सरकार और
पत्रकारिता की स्वायत्तता में फर्क को लोगो को बताया। नैतिकता का हर
इम्तहान दिया आपने , आपके सफलता के पांच वर्ष पूरे करने पर पुनः बहुत -
बहुत बधाई ।
लेखक - विकास तिवारी अधिवक्ता व्यवहार न्यायालय जौनपुर,उ0प्र0 ।