I A S समेत बड़े अधिकारी भी कर सकेंगे पीएचडी
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जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के कुलपति सभागार
में शनिवार को कार्य परिषद की बैठक हुई। इसमें प्रमुख रूप से नौकरी करते
हुए आइएएस, आइपीएस समेत सरकारी महकमे के बड़े अधिकारी भी बगैर किसी प्रवेश
परीक्षा व कोर्सवर्क के पीएचडी करने पर निर्णय हुआ। इसके लिए उन्हें तीन
लाख रुपये फीस देनी पड़ेगी। इस दौरान कुल 19 ¨बदुओं पर सहमति बनी।
विश्वविद्यालय के कुलपति सभागार में कार्य परिषद की बैठक कुलपति प्रो.आरआर यादव की अध्यक्षता में हुई। जिसमें कई ¨बदुओं पर निर्णय लिया गया। परिसर में अशोक सिंघल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी की स्थापना होगी। इसमें योग, नेचरोपैथी, होमियोपैथी, नैनो टेक्नोलॉजी, काऊ विज्ञान का पठन-पाठन होगा। इसमें फार्मेसी में संविदा शिक्षकों व पुस्तकालय कर्मियों को परमानेंट करने का मुद्दा उठा। जिसपर इंजीनिय¨रग के एक शिक्षक ने विरोध जताया। तब यह मुद्दा साक्षात्कार कराने की बात पर टाल दिया गया। डेलीवेजर, संविदा कर्मियों को प्रत्येक माह 12 हजार रुपये देने के साथ वर्ष में 24 हजार इंसेंटिव देने की सहमति बनी। विश्वविद्यालय के मेधावी छात्रों को गोल्ड मेडल प्रदान करने के लिए सीताराम फाउंडेशन नई दिल्ली द्वारा ढाई लाख रुपये के कोष पर अनुमति प्रदान की गई।
विश्वविद्यालय के कुलपति सभागार में कार्य परिषद की बैठक कुलपति प्रो.आरआर यादव की अध्यक्षता में हुई। जिसमें कई ¨बदुओं पर निर्णय लिया गया। परिसर में अशोक सिंघल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी की स्थापना होगी। इसमें योग, नेचरोपैथी, होमियोपैथी, नैनो टेक्नोलॉजी, काऊ विज्ञान का पठन-पाठन होगा। इसमें फार्मेसी में संविदा शिक्षकों व पुस्तकालय कर्मियों को परमानेंट करने का मुद्दा उठा। जिसपर इंजीनिय¨रग के एक शिक्षक ने विरोध जताया। तब यह मुद्दा साक्षात्कार कराने की बात पर टाल दिया गया। डेलीवेजर, संविदा कर्मियों को प्रत्येक माह 12 हजार रुपये देने के साथ वर्ष में 24 हजार इंसेंटिव देने की सहमति बनी। विश्वविद्यालय के मेधावी छात्रों को गोल्ड मेडल प्रदान करने के लिए सीताराम फाउंडेशन नई दिल्ली द्वारा ढाई लाख रुपये के कोष पर अनुमति प्रदान की गई।