बाबा के गुणों का वर्णन करना आसान नहींः वशिष्ठ नारायण
https://www.shirazehind.com/2019/05/blog-post_837.html
जौनपुर।
मानवीय मूल्यों के दिव्य पुंज बाबा हरदेव सिंह जी सर्वगुण सम्पन्न थे।
उनके गुणों का वर्णन करना आसान नहीं है। उनके जीवन में हमेशा प्रेम, करूणा,
दया, उदारता, क्षमा, सहनशीलता, सहजता, समदृष्टि व अपनत्व का सागर हिलोरे
लेता था जिसके चलते वे जन-जन के हृदय में बसते थे। उक्त उद्गार मड़ियाहूं
पड़ाव पर स्थित संत निरंकारी सत्संग भवन के प्रांगण में निरंकारी बाबा हरदेव
सिंह जी महाराज की तीसरी पुण्यतिथि पर आयोजित ’समर्पण दिवस’ पर विशाल संत
समूह को सम्बोधित करते हुये महात्मा वशिष्ठ नारायण पाण्डेय ने व्यक्त किया।
उन्होने आगे कहा कि 13 मई 2016 को 62 वर्ष की आयु में नश्वर शरीर का त्याग
कर बाबा जी ब्रम्ह्लीन होने से पूर्व जीवन के अन्तिम स्वास तक सम्पूर्ण
भाव से सत्य, ज्ञान व प्रेम का संदेश सम्पूर्ण विश्व के जनमानस को देते
रहे। सद्गुरू माता सुदीक्षा सविंदर हरदेव जी महाराज की पावन छत्रछाया में
आज सम्पूर्ण विश्व में समर्पण दिवस मनाया गया। इस अवसर पर श्याम लाल साहू
संयोजक, अमरनाथ क्षेत्रीय संचालक, उदय नारायण जायसवाल, मुरलीधर कहार,
शिवराम, लाल प्रकाश, अच्छे लाल, शकील अहमद, डा. खुर्शीद अहमद, केसरी सहित
तमाम लोग उपस्थित रहे। मंच का संचालन राधेश्याम कन्नौजिया ने किया। इसी
क्रम मंे नौपेड़वा, पट्टीनरेन्द्रपुर, हनुआडीह, केराकत, लखमापुर, इजरी,
जलालपुर, त्रिलोचन, शाहगंज, सिकरारा, जासोपुर, कल्याणपुर (कबूलपुर ),
बसरही, गौराबादशाहपुर, मदरहां, मछलीशहर, मुंगराबादशाहपुर सहित अन्य जगहों
पर समर्पण दिवस मनाया गया।