फब्तियों से आजिज छात्रा ने मनचले को जड़ा झन्नाटेदार थप्पड
https://www.shirazehind.com/2019/07/blog-post_947.html
तमतमाई छात्रा का तेवर देखकर मनचले की चकवती गुल, थप्पड़ खाने के बाद हुआ एक..दो.. तीन..
बहादुर छात्रा के साहस की चहुँओर प्रशंसा
खुटहन(जौनपुर) क्षेत्र के एक गाँव में स्कूल जा रही छात्रा पर मनचले द्वारा फब्तियां कसना भारी पड़ गया। रोज रोज की फब्तियों से आजिज आकर बहादुर छात्रा ने साइकिल से उतरकर मनचले को झन्नाटेदार थप्पड़ जड़ दिया तथा आईन्दा के लिये सबक भरी चेतावनी भी दी।। इस दौरान सड़क पर भीड़ जमा होते देख मनचला मौके की नजाकत समझते हुए वहां से भाग निकला।घटनास्थल पर जमा भीड़ ने छात्रा की उसके अदम्य साहस एवं बहादुरी की तारीफ कर हौसला अफजाई की।
बता दें कि एक गॉव की छात्रा क्षेत्र के ही एक नामी गिरामी इण्टर कालेज में 12वीं कक्षा में पढ़ती है। सावन के तीसरे सोमवार को वह भगवान शिव की आराधना के बाद स्कूल जा रही थी। रास्ते में एक दूसरे गाँव का मनचला आए दिन छात्रा के ऊपर फब्तियां कसता था। सोमवार को भी वह सड़क पर खड़ा होकर फब्तियां कस रहा था। जिससे आजिज छात्रा ने साइकिल से उतरकर मनचले की बीच सडक पर झन्नाटेदार थप्पड़ों से पिटाई कर दी। छात्रा का इस प्रकार का रौद्र रूप देखकर मनचले कि सिट्टी पिट्टी गुल हो गयी। इस दौरान सड़क पर लोगों की भीड़ जमना शुरू हो गयी। मौके की नजाकत समझकर मनचला वहां से भाग निकला। छात्रा भी निडर होकर अपने स्कूल की तरफ चल दी। क्षेत्र के लोग मनचले युवक की पिटाई से खुश नजर आये। वहीं बहादुर बिटिया के साहस की तारीफ करते नही अघा रहे है। लोगों का कहना है कि मनचला युवक आये दिन सड़क पर स्कूल आने जाने वाली लड़कियों पर अश्लील हरकत तथा फब्तियां कसा करता था। लोग भय के कारण कुछ बोल नही पाते थे। लेकिन छात्रा द्वारा मनचले को थप्पड़ों से सबक सिखाता देखकर लोगों का सीना गर्व से चौड़ा हो गया और कहा ऐसी बहादुर बिटियां का जन्म हर घर आंगन में हो। ग्रामीणों ने कहा कि पुलिस को ऐसे मनचल युवकों के खिलाफ अभियान चलाकर सख्ती से पेश आने की जरूरत है। जिससे प्रकार की अप्रिय घटनाओं पर लगाम लग सके। बेटियां सुरछित एवं निर्भीक होकर स्कूल आ जा सके। एक तरफ जहां केन्द्र की मोदी सरकार 2.0 एवं प्रदेश की योगी सरकार बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ का नारा बुलन्द कर रही है, वहीं दूसरी तरफ इन मनचलों के भय से गॉव, गरीब की बेटियां अपने आपको स्कूल आने जाने में ससंकित व असहज महसूस कर रही है।सरकार ने एन्टी रोमियों टीम का गठन ही इस मकसद से किया था कि स्थानीय पुलिस प्रशासन कॉलेज और स्कूलों के इर्द गिर्द चक्रमण करके ऐसे मनचलों को चिन्हित करके जेल भेजे।
बहादुर छात्रा के साहस की चहुँओर प्रशंसा
खुटहन(जौनपुर) क्षेत्र के एक गाँव में स्कूल जा रही छात्रा पर मनचले द्वारा फब्तियां कसना भारी पड़ गया। रोज रोज की फब्तियों से आजिज आकर बहादुर छात्रा ने साइकिल से उतरकर मनचले को झन्नाटेदार थप्पड़ जड़ दिया तथा आईन्दा के लिये सबक भरी चेतावनी भी दी।। इस दौरान सड़क पर भीड़ जमा होते देख मनचला मौके की नजाकत समझते हुए वहां से भाग निकला।घटनास्थल पर जमा भीड़ ने छात्रा की उसके अदम्य साहस एवं बहादुरी की तारीफ कर हौसला अफजाई की।
बता दें कि एक गॉव की छात्रा क्षेत्र के ही एक नामी गिरामी इण्टर कालेज में 12वीं कक्षा में पढ़ती है। सावन के तीसरे सोमवार को वह भगवान शिव की आराधना के बाद स्कूल जा रही थी। रास्ते में एक दूसरे गाँव का मनचला आए दिन छात्रा के ऊपर फब्तियां कसता था। सोमवार को भी वह सड़क पर खड़ा होकर फब्तियां कस रहा था। जिससे आजिज छात्रा ने साइकिल से उतरकर मनचले की बीच सडक पर झन्नाटेदार थप्पड़ों से पिटाई कर दी। छात्रा का इस प्रकार का रौद्र रूप देखकर मनचले कि सिट्टी पिट्टी गुल हो गयी। इस दौरान सड़क पर लोगों की भीड़ जमना शुरू हो गयी। मौके की नजाकत समझकर मनचला वहां से भाग निकला। छात्रा भी निडर होकर अपने स्कूल की तरफ चल दी। क्षेत्र के लोग मनचले युवक की पिटाई से खुश नजर आये। वहीं बहादुर बिटिया के साहस की तारीफ करते नही अघा रहे है। लोगों का कहना है कि मनचला युवक आये दिन सड़क पर स्कूल आने जाने वाली लड़कियों पर अश्लील हरकत तथा फब्तियां कसा करता था। लोग भय के कारण कुछ बोल नही पाते थे। लेकिन छात्रा द्वारा मनचले को थप्पड़ों से सबक सिखाता देखकर लोगों का सीना गर्व से चौड़ा हो गया और कहा ऐसी बहादुर बिटियां का जन्म हर घर आंगन में हो। ग्रामीणों ने कहा कि पुलिस को ऐसे मनचल युवकों के खिलाफ अभियान चलाकर सख्ती से पेश आने की जरूरत है। जिससे प्रकार की अप्रिय घटनाओं पर लगाम लग सके। बेटियां सुरछित एवं निर्भीक होकर स्कूल आ जा सके। एक तरफ जहां केन्द्र की मोदी सरकार 2.0 एवं प्रदेश की योगी सरकार बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ का नारा बुलन्द कर रही है, वहीं दूसरी तरफ इन मनचलों के भय से गॉव, गरीब की बेटियां अपने आपको स्कूल आने जाने में ससंकित व असहज महसूस कर रही है।सरकार ने एन्टी रोमियों टीम का गठन ही इस मकसद से किया था कि स्थानीय पुलिस प्रशासन कॉलेज और स्कूलों के इर्द गिर्द चक्रमण करके ऐसे मनचलों को चिन्हित करके जेल भेजे।