विधवा रसोइयां की गुहार प्रशासन ने की अनसुनी
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जौनपुर। शहर के भण्डारी स्टेशन के निकट मोहल्ला सहाबुद्दीनपुर निवासी एक गरीब विधव प्राथमिक विद्यालय हैदरगंज में रसोइयां पद पर तैनात थी। इसी से अपने परिवार का भरण पोषण करती थी। उसकी बहू की तबियत खराब हो गयी वह उसे लेकर अस्पताल गयी और अपनी दूसरी बहू को खाना बनाने के लिए स्कूल में भेज दिया। जब पहली बहू की तबियत ठीक हो गयी तो वह स्कूल में खाना बनाने के लिए गयी जहां शिक्षा मित्र कमलेश देवी ने उसे फटकार लगायी और खाना बनाने से मना कर दिया और उसे भगा दिया। इतना ही नहीं उसकी पौत्री उसी स्कूल में पढ़ती थी उसको भी स्कूल से निकाल दिया। काफी अनुनय विनय के बाद भी शिक्षा मित्र अपने मनमानी पन पर अड़ी तो विधवा रसोइयां ने तहसील में समाधान दिवस पर प्रार्थना पत्र दिया लेकिन दो महीन बाद भी उसकी सुनवाई नही ंहुई। गरीबों के साथ अत्याचार हो रहा है और अधिकारी गुहार लगाने के बाद भी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे है जो षर्मनाक है।