नागरिकता अधिनियम से अगणित परिवारों को मिलेगा जीवन
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जौनपुर। नागरिकता संशोधन अधिनियम के विषय पर नगर में आयोजित संगोष्ठी को सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि ओमप्रकाश त्रिपाठी (पूर्व जिलाध्यक्ष प्रतापगढ़) ने कहा कि नागरिकता अधिनियम, पाकिस्तान, बांग्लादेश एवं अफगानिस्तान में धार्मिक उत्पीड़न के शिकार असंख्य शरणार्थियों के जीवन में आशा की एक नई किरण लेकर आया है। धर्म के आधार पर भारत विभाजन का दंश झेल रहे अगणित परिवारों को इससे नया जीवन मिलेगा। उत्पीड़ित, वयक्त एवं निराश्रितों को गले लगाकर वसुधैव कुटुंबकम की प्राचीन भारतीय परंपरा के अनुरूप यह निर्णय निश्चित ही एक गौरवपूर्ण भारत की परिकल्पना को चरितार्थ करता है। इस निर्णय से हर भारतीय का मस्तिष्कऊंचा हुआ है। देश के अनेक चिरलबिंत समस्याओं का अत्यधिक कुशलता से समाधान करने के लिए मोदी सरकार को आने वाले समय में जाना जाएगा। पूर्व जिलाध्यक्ष हरिश्चंद्र सिंह ने कहा कि नागरिकता (संशोधन) अधिनियम, 2019 में अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान से धार्मिक प्रताड़ना के कारण भारत आए हिन्दू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई समुदायों के लोगों को भारतीय नागरिक बनाने का प्रावधान है। इसके उद्देश्यों एवं कारणों में कहा गया है कि ऐसे शरणार्थियों को जिन्होंने पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह ने कहा कि इस अधिनियम में कहा गया है कि यदि कोई ऐसा व्यक्ति नागरिकता प्रदान करने कीसभी शर्तों को पूरा करता है। अशोक सिंह एवं पूर्व विधायक बांकेलाल सोनकर ने सम्बोधित किया। संगोष्ठी की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष पुष्पराज सिंह एवं संचालन जिला महामंत्री संदीप तिवारी ने किया। किरन श्रीवास्तव, सुशील मिश्र,भूपेंद्र सिंह,पीयूष गुप्ता, अभय राय ,धनंजय सिंह,दिव्यांशु सिंह,प्रमोद यादव,साकिब खान,सुनील गुप्ता,रोहन सिंह,उषा मौर्या, अंजना श्रीवास्तव,गीता बिंद, आदि उपस्थित रहे।