जादुगरी शब्दावली में लिपटा हुआ बजट है : डॉ. हरी गोपाल
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जौनपुर। वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को देश का अब तक का सबसे बड़ा बजट पेश किया। इसमें आमजन को जोड़ने वाले बजट में पांच लाख तक इनकम टैक्स छूट की घोषणा है। शिक्षाविद डॉ हरी गोपाल श्रीवास्तव कहा कि ऐसा बिल्कुल नहीं है कि सीधे तौर पर लोगों को इसका फायदा मिलने लगेगा। इस छूट को पाने के लिए पेंच समझना होगा। केंद्र सरकार ने करीब 70 तरह की छूट को खत्म करने का फैसला कर लिया है। ऐसे में आपको इनकम टैक्स में छूट तभी मिलेगी जब मिलने वाली आयकर छूटों को छोड़ने का फैसला करेंगे।
पांच लाख तक का आयकर में छुट जनता को भ्रमित करने वाला है। पहले हाऊस लोन का आने वाली किस्त का पैसा टैक्स में कट जाता था लेकिन अब वह समाप्त हो गया है। बजट में जनता को लालीपाप दिया गया है यह जनता के लिए हितकारी नही है छणिक प्रसंता देना वाला बजट है। जादुगरी शब्दावली में लिपटा हुआ बजट है। बजट जनकल्याण का सांकेतिक है न कि जन कल्याण करने वाला। रेलवे में भी कोई आर्कषक एवं प्रभावकारी कदम नही उठाया है। रक्षा और शिक्षा में कोई विशेष बजट नही दिया गया है। जम्मू-कश्मीर तथा लद्दाक के लिए अलग से बजटीय आंवटन देश के अन्य भागो अन्याय प्रतीत होता है।
पांच लाख तक का आयकर में छुट जनता को भ्रमित करने वाला है। पहले हाऊस लोन का आने वाली किस्त का पैसा टैक्स में कट जाता था लेकिन अब वह समाप्त हो गया है। बजट में जनता को लालीपाप दिया गया है यह जनता के लिए हितकारी नही है छणिक प्रसंता देना वाला बजट है। जादुगरी शब्दावली में लिपटा हुआ बजट है। बजट जनकल्याण का सांकेतिक है न कि जन कल्याण करने वाला। रेलवे में भी कोई आर्कषक एवं प्रभावकारी कदम नही उठाया है। रक्षा और शिक्षा में कोई विशेष बजट नही दिया गया है। जम्मू-कश्मीर तथा लद्दाक के लिए अलग से बजटीय आंवटन देश के अन्य भागो अन्याय प्रतीत होता है।