शिक्षिका मां-बेटी अपने वेतन से सरकार को देंगी दस हजार रूपये
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जौनपुर। कोरोना वायरस के पीड़ितो के इलाज व बचाव के लिए शिक्षिका मां-बेटी ने अपने वेतन से दस हजार रूपये मुख्यमंत्री राहत कोष में भेजने का एलान किया है। दोनो लोगो बताया कि यह राशि बीएसए कार्यालय में वेतन बनने से पहले की कटा दिया जायेगा।
देश में आयी कोरोना नामक महामारी को देखते हुए सिरकोनी ब्लाक के इग्लिश मीडियम चकताली की प्रधानाध्यापिका उषा सिंह व इसी स्कूल की सहायक अध्यापिका शिप्रा सिंह ने अपने वेतन से दस हजार रूपये मुख्यमंत्री राहत कोष में भेजने को कही है। दोनो टीचरो ने संयुक्त रूप कहा कि इस समय हमारा देश कोरोना नामक महामारी से जुझ रहा है। ऐसे में हम लोगो का कर्तब्य बनता है कि राष्ट्र के लिए आगे आकर अपना योगदान दिया जाय। दोनो टीचरो ने आवाम से भी आवाह्न किया कि कोरोना वायरस से बचने के लिए सरकार द्वारा लागू किया गया लाकडाउन का पालन करते हुए अपने घरो में रहे, अगर बहुत ही जरूरी हुआ तो बाहर निकले तो मास्क लगाकर और सोशल डिस्टेसिंग का ध्यान रखे। इससे हम स्वस्थ्य रहेगे,परिवार स्वस्थ्य रहेगा देश महामारी से मुक्त होगा।
देश में आयी कोरोना नामक महामारी को देखते हुए सिरकोनी ब्लाक के इग्लिश मीडियम चकताली की प्रधानाध्यापिका उषा सिंह व इसी स्कूल की सहायक अध्यापिका शिप्रा सिंह ने अपने वेतन से दस हजार रूपये मुख्यमंत्री राहत कोष में भेजने को कही है। दोनो टीचरो ने संयुक्त रूप कहा कि इस समय हमारा देश कोरोना नामक महामारी से जुझ रहा है। ऐसे में हम लोगो का कर्तब्य बनता है कि राष्ट्र के लिए आगे आकर अपना योगदान दिया जाय। दोनो टीचरो ने आवाम से भी आवाह्न किया कि कोरोना वायरस से बचने के लिए सरकार द्वारा लागू किया गया लाकडाउन का पालन करते हुए अपने घरो में रहे, अगर बहुत ही जरूरी हुआ तो बाहर निकले तो मास्क लगाकर और सोशल डिस्टेसिंग का ध्यान रखे। इससे हम स्वस्थ्य रहेगे,परिवार स्वस्थ्य रहेगा देश महामारी से मुक्त होगा।