इंसान रूपी जानवर के अंदर एक डर भी बैठ गया होगा :डॉ जान्हवी श्रीवास्तव
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जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय की असिस्टेंट प्रोफेसर व बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की क्षेत्रीय संयोजक डॉ जान्हवी श्रीवास्तव ने निर्भया कांड की ऐतिहासिक निर्णय के लिए न्यायपालिका, सरकार ,सिविल सोसाइटी सभी के प्रति देश की समस्त नारी जाति की ओर से आभार के साथ-साथ यह कहना चाहूंगी कि इस तरह के घृणित मानसिकता वाले लोग आज भी हमारे समाज में हमारे ही बीच रह रहे हैं दूर क्यों जाना कौन पहचानता है निर्भया की पांचवी दोषी को (जिसकी पहचान भी छुपाई गई है) जो खुलेआम घूम रहा है। ऐसी न जाने कितने विकृत मानसिकता वाले लोग हमारे आसपास ही होंगे लेकिन जिस तरह का न्याय आज निर्भया को मिला है उससे न जाने कितनी निर्भया की आत्मा को शांति मिली होगी और न जाने कितने विकृत मानसिकता वाले इंसान रूपी जानवर के अंदर एक डर भी बैठ गया होगा। यह उपलब्धि है उस मां की जिसने हार नहीं मानी लगातार अपनी बच्ची को न्याय दिलाने के लिए प्रयासरत रही उनके साथ जिस प्रकार मीडिया, युवा वर्ग जिसमें लड़की और लड़कियां दोनों ही शामिल थे, साहसिक , सही मायने में सशक्त सुप्रीम कोर्ट एडवोकेट सीमा समृद्धि कुशवाहा का अथक प्रयास आज इन चारों दरिंदों को फांसी के फंदे तक ले गई ,इतना ही नहीं एडवोकेट सीमा जी के इतनी शिद्दत से लड़ने का ही परिणाम है कि हमारी कानून व्यवस्था में इतने घृणित कार्य के लिए भी कितना लचीलापन है जिसके कारण हमेशा ही दोषी बच निकल रहा है इसका भी ज्ञान आम लोगों को हुआ, हम जैसे सभी लोग सरकार से आग्रह करते हैं कि अब कड़े कानून व्यवस्था की आवश्यकता है ताकि अपराधी अपराध करने से पूर्व एक हजार बार सोचे, परिणाम सोचते ही उसकी रूह तक कांप जाए।