न्यूज़ पोर्टल का आया स्वर्णिम दौर लेकिन ख़बरों की प्रमाणिकता आवश्यक |
https://www.shirazehind.com/2020/04/blog-post_187.html
सोशल मीडिया की अहमियत से आज के दौर में इंकार नहीं किया जा सकता क्यों की आज यह सबसे तेज़ लोगों तक अपनी बातें खबरें इत्यादि पहुँचाने का जरिया बन चूका है | आज से दस वर्ष पहले मैंने इसकी ताक़त को महसूस कर लिया था और जौनपुर आस पास के पत्रकारों को न्यूज़ पोर्टल के प्रति जागरूक किया और उन्हें बना के पोर्टल चलाना सिखाया और सोशल मीडिया पे काम करने की बारीकियां समझायीं और आज अनगिनत न्यूज़ पोर्टल छोटे से शहर जौनपुर में ही मौजूद है जो इस लॉक डाउन के समय आम जनता का ख़बरों को जानने का साधन बने हुयी है |
प्रिंट मीडिया की अपनी एक पहचान है लेकिन यह भी सत्य है की उसकी एक हद है और इसके आगे उसकी पकड़ नहीं हो सकती | आज लॉक डाउन के समय जब घर घर अखबार भी पहुंचाना मुश्किल हो रहा है ,लोग अखबार घर में लाते भी घबराते हैं की कहीं कोरोना न लग जाय और छोटे मोठे अखबार तो लगभग बंद से हो गए हैं ऐसे में न्यूज़ पोर्टल जनता का सबसे बड़ा सहारा है और आसानी से घर में बैठ के बिना किसी संक्रमण के डर के ख़बरों को पढ़ा जा सकता है |
इस समय हर न्यूज़ पोर्टल पे पाठको की संख्या हर दिन बढ़ती नज़र आ रही है और ऐसे में कहा जा सकता है की यह न्यूज़ पोर्टल के लिए एक स्वर्णिम दौर है जिसका इस्तेमाल अपनी साख जमाने के लिए न्यूज़ पोर्टल वालों को करना चाहिए |
बस आवश्यकता है की ख़बरों की प्रमाणिकता और सत्यता का ध्यान रखा जाय और जनता का विश्वास हासिल करने की कोशिश की जाय |
न्यूज़ पोर्टल चलाने वाले पत्रकारों को नहीं भूलना चाहिए की आज भारत की जनता को आपकी आवश्यकता है और आप ही उन तक सही ख़बरों को पहुंचने का सबसे आसान माध्यम है ऐसे में जनता की कसौटी पे खरा उतरना सही ख़बरों को पहुंचाते हुए आप के लिए एक चुनौती भी है और सुनहरा मौक़ा भी |
.....S.M.Masoom
Historian and social media Activist