पुलिस हो गयी बेलगाम, हत्या का मुकदमा दर्ज कराने के लिए भाजपाईयों को करना पड़ रहा है आन्दोलन
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जौनपुर। मुख्यमंत्री जी जौनपुर पुलिस पुरी तरह से बेलगाम हो चुकी है हालत इतना खराब हो गया है दिन दहाड़े पीट पीटकर हुई स्वास्थ्य कर्मी की हत्या का मुकदमा दर्ज कराने के लिए खुद आपकी पार्टी के कार्यकर्ताओं को कोतवाली का घेराव करके धरना प्रर्दशन करना पड़ रहा है। जोरदार प्रर्दशन करने के बाद एफआईआर लिखने का कोरो आश्वासन देकर कार्यकर्ताओं को शांत करा दिया गया।
शाहगंज कोतवाली क्षेत्र के दनापुर गांव निवासी राजबहादुर गौड (45) की प्रतापगढ़ जनपद के जामताली आयुर्वेदिक चिकित्सालय में वार्ड बॉय पद पर तैनाती थी। वह अपनी बेटी शिवानी की सगाई के लिए एक सप्ताह की छुट्टी लेकर घर आया था। गत बुधवार को बीबीगंज बाजार में मामूली बात को लेकर कुछ लोगों से विवाद हो गया। इस विवाद में उसकी जमकर पिटाई कर दी गई जिसके कारण उसकी मौत हो गई। पुलिस पोस्टमार्टम कराने के बाद तहरीर लेकर शांत हो गई पीड़ित परिवार एफआईआर दर्ज कराने के लिए कोतवाली का चक्कर काटता रहा घटना के तीन बीत जाने के बाद भी इस मामले में हत्या का मुकदमा दर्ज न किये जाने से आक्रोशित भाजपा कार्यकर्ताओं ने मंडल प्रभारी अजीत कुमार प्रजापति के नेतृत्व में कोतवाली का घेराव कर अपना विरोध दर्ज कराया। इसके बाद सीओ जितेंद्र कुमार दुबे व प्रभारी निरीक्षक जयप्रकाश सिंह द्वारा हत्या का रिपोर्ट दर्ज करके जांच का आश्वासन दिया गया तब लोग शांत हुए।
शाहगंज कोतवाली क्षेत्र के दनापुर गांव निवासी राजबहादुर गौड (45) की प्रतापगढ़ जनपद के जामताली आयुर्वेदिक चिकित्सालय में वार्ड बॉय पद पर तैनाती थी। वह अपनी बेटी शिवानी की सगाई के लिए एक सप्ताह की छुट्टी लेकर घर आया था। गत बुधवार को बीबीगंज बाजार में मामूली बात को लेकर कुछ लोगों से विवाद हो गया। इस विवाद में उसकी जमकर पिटाई कर दी गई जिसके कारण उसकी मौत हो गई। पुलिस पोस्टमार्टम कराने के बाद तहरीर लेकर शांत हो गई पीड़ित परिवार एफआईआर दर्ज कराने के लिए कोतवाली का चक्कर काटता रहा घटना के तीन बीत जाने के बाद भी इस मामले में हत्या का मुकदमा दर्ज न किये जाने से आक्रोशित भाजपा कार्यकर्ताओं ने मंडल प्रभारी अजीत कुमार प्रजापति के नेतृत्व में कोतवाली का घेराव कर अपना विरोध दर्ज कराया। इसके बाद सीओ जितेंद्र कुमार दुबे व प्रभारी निरीक्षक जयप्रकाश सिंह द्वारा हत्या का रिपोर्ट दर्ज करके जांच का आश्वासन दिया गया तब लोग शांत हुए।