शावर में नहाने के एवज में भाई को छोड़ने की शर्त रखने वाली पुलिस चालान करके फंसी अपने जाल में
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रिपोर्ट - हिमांशु श्रीवास्तव
जौनपुर। लाइन बाजार थाना क्षेत्र निवासी रवि गिरी को एनडीपीएस एक्ट में गिरफ्तार करने और उसकी बहन के कथनानुसार आरोपी को छोड़ने के एवज में पुलिस द्वारा बहन के साथ शावर में नहाने और एक लाख रुपए देने की शर्त पुलिस के लिए महंगी साबित हो रही है। चालान करके लाइन बाजार पुलिस कानून के शिकंजे में फंस गई है। पुलिस द्वारा आरोपी रवि को 2 जून 2020 को 22:40 बजे रात डायजापाम के साथ पानी की टंकी के निकट गिरफ्तार करना बताते हुए उसी रात 1:31 पर लाइन बाजार थाने में एफ आई आर दर्ज करती है और दूसरे दिन 3 जून 2020 को आरोपी को कोर्ट में पेश करती है।उसी दौरान आरोपी की बहन व उसके माता पिता ने कोर्ट में आकर हंगामा खड़ा कर दिया।उसकी बहन ने पुलिस वालों के सामने कहा कि लाइन बाजार पुलिस ने 1 जून 2020 की रात 2:00 बजे उसके भाई को उठाया तथा उसे छोड़ने के एवज में शावर में नहाने तथा एक लाख रुपए की मांग पुलिस ने की।इस बात का आरोपी की बहन ने प्रमाण भी दिया।उसकी मां श्याम दुलारी ने 2 जून 2020 को सुबह ही मुख्यमंत्री व पुलिस के अन्य उच्चाधिकारियों को लाइनबाजार पुलिस द्वारा रवि गिरी को घर से उठाए जाने के बाबत फैक्स कर दिया था। फैक्स में 2 जून को सुबह का समय उल्लिखित है जबकि पुलिस आरोपी को 2 जून को रात 10:40 पर पानी की टंकी के पास गिरफ्तार करना बताती है।स्पष्ट है कि पुलिस यहां अपने ही बुने हुए जाल में फस गई।आरोपी की बहन का यह भी कहना है कि पुलिस द्वारा जो मांगी गई उसकी रिकॉर्डिंग उसके मोबाइल में मौजूद है जाहिर है वह भी पुलिस द्वारा दिखाए गए गिरफ्तारी के समय के पूर्व का ही समय है। इसके अलावा आरोपी की मां ने 2 जून को सुबह जो फैक्स मुख्यमंत्री व अन्य पुलिस के अधिकारियों को किया।वह आरोपी को पुलिस द्वारा घर से उठाए जाने के बाबत बताते हुए किया और पुलिस उसके बाद रात में गिरफ्तार होना दिखाती है।यहां पुलिस यह नहीं कर सकती और न यह कल्पना भी की जा सकती है कि आरोपी की गिरफ्तारी के पूर्व सुबह उसकी मां ने उच्चाधिकारियों को फैक्स कर दिया होगा क्योंकि उसे पहले से नहीं पता होगा कि उसके पुत्र को रात में 10:40 बजे गिरफ्तार किया जाएगा।इससे इस बात की पुष्टि होती है कि पुलिस ने 1 जून की रात 2:00 बजे के आसपास आरोपी को घर से उठाया।इन्हीं आधारों पर कोर्ट में मुकदमे भी छूटते हैं और कुछ में तो पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी कार्रवाई के आदेश हो जाते हैं। ऐसे ही एक मामले में कोतवाली थाना क्षेत्र निवासी एक सेठ को पुलिस ने घर से उठाया। उसी समय उसकी पत्नी ने हर जगह फैक्स कर दिया और पुलिस ने 2 दिन बाद आरोपी को दूसरी जगह से गिरफ्तार होना दिखाया। जिसकी शिकायत उसकी पत्नी ने एंटी करप्शन ब्यूरो व तमाम उच्च अधिकारियों को किया और पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज हुआ जिसमें पुलिसकर्मियों के खिलाफ यह आरोप लगा कि जिस नशीले पाउडर को आरोपी के पास पाना दिखाया गया वह पुलिस के पास कैसे आया।मामले में वाराणसी पुलिस के खिलाफ चार्जशीट भी लगी।
जौनपुर। लाइन बाजार थाना क्षेत्र निवासी रवि गिरी को एनडीपीएस एक्ट में गिरफ्तार करने और उसकी बहन के कथनानुसार आरोपी को छोड़ने के एवज में पुलिस द्वारा बहन के साथ शावर में नहाने और एक लाख रुपए देने की शर्त पुलिस के लिए महंगी साबित हो रही है। चालान करके लाइन बाजार पुलिस कानून के शिकंजे में फंस गई है। पुलिस द्वारा आरोपी रवि को 2 जून 2020 को 22:40 बजे रात डायजापाम के साथ पानी की टंकी के निकट गिरफ्तार करना बताते हुए उसी रात 1:31 पर लाइन बाजार थाने में एफ आई आर दर्ज करती है और दूसरे दिन 3 जून 2020 को आरोपी को कोर्ट में पेश करती है।उसी दौरान आरोपी की बहन व उसके माता पिता ने कोर्ट में आकर हंगामा खड़ा कर दिया।उसकी बहन ने पुलिस वालों के सामने कहा कि लाइन बाजार पुलिस ने 1 जून 2020 की रात 2:00 बजे उसके भाई को उठाया तथा उसे छोड़ने के एवज में शावर में नहाने तथा एक लाख रुपए की मांग पुलिस ने की।इस बात का आरोपी की बहन ने प्रमाण भी दिया।उसकी मां श्याम दुलारी ने 2 जून 2020 को सुबह ही मुख्यमंत्री व पुलिस के अन्य उच्चाधिकारियों को लाइनबाजार पुलिस द्वारा रवि गिरी को घर से उठाए जाने के बाबत फैक्स कर दिया था। फैक्स में 2 जून को सुबह का समय उल्लिखित है जबकि पुलिस आरोपी को 2 जून को रात 10:40 पर पानी की टंकी के पास गिरफ्तार करना बताती है।स्पष्ट है कि पुलिस यहां अपने ही बुने हुए जाल में फस गई।आरोपी की बहन का यह भी कहना है कि पुलिस द्वारा जो मांगी गई उसकी रिकॉर्डिंग उसके मोबाइल में मौजूद है जाहिर है वह भी पुलिस द्वारा दिखाए गए गिरफ्तारी के समय के पूर्व का ही समय है। इसके अलावा आरोपी की मां ने 2 जून को सुबह जो फैक्स मुख्यमंत्री व अन्य पुलिस के अधिकारियों को किया।वह आरोपी को पुलिस द्वारा घर से उठाए जाने के बाबत बताते हुए किया और पुलिस उसके बाद रात में गिरफ्तार होना दिखाती है।यहां पुलिस यह नहीं कर सकती और न यह कल्पना भी की जा सकती है कि आरोपी की गिरफ्तारी के पूर्व सुबह उसकी मां ने उच्चाधिकारियों को फैक्स कर दिया होगा क्योंकि उसे पहले से नहीं पता होगा कि उसके पुत्र को रात में 10:40 बजे गिरफ्तार किया जाएगा।इससे इस बात की पुष्टि होती है कि पुलिस ने 1 जून की रात 2:00 बजे के आसपास आरोपी को घर से उठाया।इन्हीं आधारों पर कोर्ट में मुकदमे भी छूटते हैं और कुछ में तो पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी कार्रवाई के आदेश हो जाते हैं। ऐसे ही एक मामले में कोतवाली थाना क्षेत्र निवासी एक सेठ को पुलिस ने घर से उठाया। उसी समय उसकी पत्नी ने हर जगह फैक्स कर दिया और पुलिस ने 2 दिन बाद आरोपी को दूसरी जगह से गिरफ्तार होना दिखाया। जिसकी शिकायत उसकी पत्नी ने एंटी करप्शन ब्यूरो व तमाम उच्च अधिकारियों को किया और पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज हुआ जिसमें पुलिसकर्मियों के खिलाफ यह आरोप लगा कि जिस नशीले पाउडर को आरोपी के पास पाना दिखाया गया वह पुलिस के पास कैसे आया।मामले में वाराणसी पुलिस के खिलाफ चार्जशीट भी लगी।