मरकजी सीरत कमेटी डीएम से मिलकर सौपा सूत्रीय मांग पत्र
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जौनपुर। कोविड-19 कोरोना संक्रमण को देखते हुए इदुलअजहा (बकराईद) के मद्देनजर मरकजी सीरत कमेटी जौनपुर का एक प्रतिनिधि मण्डल मरकजी सीरत कमेटी के अध्यक्ष अरशद कुरैशी के नेतृत्व में जिलाधिकारी से मिलकर सात सूत्रीय मांग पत्र सौंपा।
जिलाधिकारी सात सूत्रीय मांगों में नियमित रुप से कुर्बानी स्थल व मुस्लिम बाहुल्य इलाकों की साफ-सफाई, चूना छिड़काव, ब्लीचिंग, गमक्सीन व सेनेजाइजेशन हो। साथ ही कुर्बानी के मलबे को डिस्पोज करने हेतु गढ़्ढा खुदाई की अनुमति के साथ कुर्बानी स्थल पर एक-ण्क टैंकर पानी एवं नियमित रुप से कुर्बानी स्थल पर एक-एक कन्टेनर व्यवस्था, बिजली आपूर्ति, नियमित रुप से सप्लाई पाइप व मिनी ट्यूबवेल द्वारा जलापूर्ति एवं पशु पालक व पशु व्यवसायी को जानवर के आवागमन मेें पुलिस विभाग द्वारा उत्पीड़न पर रोक की जाय। उक्त विषयक पर जिलाधिकारी ने आश्वस्त करते हुये कहा कि ईदुल अजहा का पवित्र त्योहार पूर्व की भाँति इस वर्ष भी बहुत ही शान्तिपूर्वक मनाया जायेगा। धार्मिक परम्पराओं का पूरा ध्यान रखा जायेगा। कोविड-19 को देखते हुये बहुत ही जल्द बैठक आहूत की जायेगी आपकी सभी मांगे जायज है जिसको समय से पहले पूरा कराया जोयगा। जिससे समाज में विश्वास बना रहे। इस संदर्भ में प्रतिनिधि मण्डल ने कहा कि आगामी 31 जुलाई को (चन्द्रदर्शन अनुसार) मुस्लिम समुदाय का पवित्र पर्व ईदुल आजहा (बकराईद) मनाया जायेगा, जो कि त्याग, बलिदान व आस्था का पर्व हे। इसमें मुस्लिम समुदाय जानवर की कुर्बानी इस्लामी परम्परा के अनुरुप करता है। इस पर्व को सकुशल सम्पन्न करने हेतु मरकजी सीरत कमेटी के अध्यक्ष द्वारा सात्र सुत्रीय मांगों को जिलाधिकारी महोदय को सौंपा गया। ज्ञापन सौंपने के बाद प्रतिनिधि मण्डल को पूर्ण विश्वास है कि पूर्व की भांति इस वर्ष भी इदुलअजहा (बकराईद) का त्योहार शान्तिपूर्वक मनाया जायेगा। प्रतिनिधि मण्डल में मुख्य रुप से पूर्व विधायक हाॅजी अफजाल अहमद, संरक्षक इस्तकबाल कुरैशी, डा. शमीम अहमद, बिस्मिलाह वारसी, हाजी नेहाल अंसारी, सूफी रफीक अहमद, ताल मोहम्मद, मो0 हसन ‘पप्पू’ आदि लोग मौजूद रहे।
जिलाधिकारी सात सूत्रीय मांगों में नियमित रुप से कुर्बानी स्थल व मुस्लिम बाहुल्य इलाकों की साफ-सफाई, चूना छिड़काव, ब्लीचिंग, गमक्सीन व सेनेजाइजेशन हो। साथ ही कुर्बानी के मलबे को डिस्पोज करने हेतु गढ़्ढा खुदाई की अनुमति के साथ कुर्बानी स्थल पर एक-ण्क टैंकर पानी एवं नियमित रुप से कुर्बानी स्थल पर एक-एक कन्टेनर व्यवस्था, बिजली आपूर्ति, नियमित रुप से सप्लाई पाइप व मिनी ट्यूबवेल द्वारा जलापूर्ति एवं पशु पालक व पशु व्यवसायी को जानवर के आवागमन मेें पुलिस विभाग द्वारा उत्पीड़न पर रोक की जाय। उक्त विषयक पर जिलाधिकारी ने आश्वस्त करते हुये कहा कि ईदुल अजहा का पवित्र त्योहार पूर्व की भाँति इस वर्ष भी बहुत ही शान्तिपूर्वक मनाया जायेगा। धार्मिक परम्पराओं का पूरा ध्यान रखा जायेगा। कोविड-19 को देखते हुये बहुत ही जल्द बैठक आहूत की जायेगी आपकी सभी मांगे जायज है जिसको समय से पहले पूरा कराया जोयगा। जिससे समाज में विश्वास बना रहे। इस संदर्भ में प्रतिनिधि मण्डल ने कहा कि आगामी 31 जुलाई को (चन्द्रदर्शन अनुसार) मुस्लिम समुदाय का पवित्र पर्व ईदुल आजहा (बकराईद) मनाया जायेगा, जो कि त्याग, बलिदान व आस्था का पर्व हे। इसमें मुस्लिम समुदाय जानवर की कुर्बानी इस्लामी परम्परा के अनुरुप करता है। इस पर्व को सकुशल सम्पन्न करने हेतु मरकजी सीरत कमेटी के अध्यक्ष द्वारा सात्र सुत्रीय मांगों को जिलाधिकारी महोदय को सौंपा गया। ज्ञापन सौंपने के बाद प्रतिनिधि मण्डल को पूर्ण विश्वास है कि पूर्व की भांति इस वर्ष भी इदुलअजहा (बकराईद) का त्योहार शान्तिपूर्वक मनाया जायेगा। प्रतिनिधि मण्डल में मुख्य रुप से पूर्व विधायक हाॅजी अफजाल अहमद, संरक्षक इस्तकबाल कुरैशी, डा. शमीम अहमद, बिस्मिलाह वारसी, हाजी नेहाल अंसारी, सूफी रफीक अहमद, ताल मोहम्मद, मो0 हसन ‘पप्पू’ आदि लोग मौजूद रहे।