शहीद जिलाजीत को देश जीत कहना चाहिए : संजय सिंह
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जौनपुर। कश्मीर में तैनात शहीद जिलाजीत यादव के अंत्येष्टि क्रिया में सम्मिलित होने के लिए आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह राम घाट पहुंचकर श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि उनका नाम जिलाजीत जरूर था ,उन्हें देश जीत कहना चाहिए। उन्होंने भारत मां के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है। ईश्वर उन्हें अपने चरणों में स्थान दे और इस दुःख को सहने की क्षमता पीड़ित परिवार को प्रदान करे। दिल्ली सरकार की तर्ज पर उत्तर प्रदेश सरकार को भी शहीद परिवार को एक करोड़ की सम्मान राशि देनी चाहिए। इसके बाद संजय सिंह मड़ियाहूं में कुंभ में कुछ दिन पूर्व 13 वर्ष की दलित बच्ची के साथ हुई रेप व हत्या मामले में पीड़ित परिवार के घर पहुंच कर सांत्वना दी और योगी सरकार से मांग की कि परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत ही दयनीय है। योगी सरकार परिवार को कम से कम 25 लाख की सहायता राशि प्रदान करे।उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त करे। संजय सिंह ने स्वयंवर लखीमपुर खीरी में हुए मुकदमे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भगवान राम छतरी होते हुए भी सभी जातियों को साथ लेकर चले शबरी के जूठे बेर खाए, निषादराज की नैया पर बैठकर नदी पार की, बंदर, भालू, रीछ सभी उनकी सेना में थे। योगी जी सचमुच यदि राज्य रामराज्य लाना चाहते हैं तो सभी जातियों और धर्मों को साथ लेकर चलें और सबके हित में काम करें। योगी जी चाहे एक हज़ार मुकदमे करा लें या जब मन करे मुझे जेल भेज दें,मैं इस बनरघुड़की से डरने वाला नहीं, सच बोलता रहूंगा। उत्तर प्रदेश में जंगलराज पूरी तरह से कायम है, विशेषकर दलित जातियों के उत्पीड़न के मामले में उत्तर प्रदेश भारत में नंबर वन पर है। अब तो उत्तर प्रदेश को जंगलराज कहना भी अतिशयोक्ति होगी, क्योंकि जंगल का भी कुछ न कुछ कानून होता है उत्तर प्रदेश में कोई कानून नहीं है। उत्तर प्रदेश को योगी जी जिसकी लाठी उसकी भैंस के सिद्धांत पर चला रहे हैं। उनके साथ आम आदमी पार्टी उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष सभाजीत सिंह प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ अनुराग मिश्र, छात्र युवा संघर्ष समिति के बंसराज दुबे, प्रदेश सचिव विनय पटेल, जिला महासचिव आलोक राजभर, वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष सूर्य नारायण सिंह मुन्ना, पंचायत चुनाव प्रभारी सोम वर्मा मोहम्मद गालिब, विवेक यादव विक्की, जिला उपाध्यक्ष प्रेमचंद गौतम, अजय यादव, सैयद मोहम्मद जैदी जरकाब खान आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।